आयुर्वेद में अंगूर का महत्व :
अंगूर खाते तो बहुत लोग हैं परंतु उसके गुणों के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं क्योंकि अंगूर खाने से जितने लाभ हैं उतने शायद ही किसी और फल को खाने से होते हैं | अंगूर ही एकमात्र ऐसा फल है जो खाते ही खून में मिल जाता है और हमें शक्ति एवं उर्जा देता है | जो लोग अंगूर को भोजन के रूप में खाते हैं वह लोग कैंसर तथा क्षय जैसे रोगों से बच निकलते है | अब आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं कि अंगूर कितना गुणकारी फल है |
healthy grapes |
गठिया :
निरंतर अंगूर का प्रयोग शरीर से उन लक्षणों को निकाल देता है, जिनके कारण गठिया के कीटाणु शरीर के अंदर बने रहते हैं | इसके लिए हर रोज सुबह उठकर अंगूर खाने चाहिए |
हृदय की पीड़ा एवं धड़कन :
यदि रोगी अंगूर खा कर ही ठीक रहे तो अधिक अच्छा है ऐसा करने से उन्हें जल्दी आराम मिलेगा |
जैसे ही दिल में दर्द हो या धड़कन तेज हो जाए तो उसी समय अंगूर का ताजा रस पी लें दर्द बंद हो जाएगा और धड़कन भी सामान्य रूप से चलने लगेगी |
बच्चो के दांत निकलने पर :
जिस समय बच्चों के दांत आने आरंभ होते हैं | उस समय बच्चों को अधिक कष्ट होता है यही नहीं उन्हें अनेक रोग भी लग जाते हैं | इसलिए जैसे ही बच्चो के दांत निकलने लगे तो उन्हें अंगूर के रस के दो दो चम्मच दिन में तीन चार बार देते रहें |
औरतों के मासिक धर्म में गड़बड़ और सफेद पानी का आना :
औरतों के यह दोनों लोग बहुत कष्टदायक माने जाते हैं | इसलिए आयुर्वेद के गुणों का लाभ उठाएं और अपने इस कष्ट से मुक्त हो , ऐसी औरतों को सौ ग्राम अंगूर हर रोज दिन में तीन बार खिलाते रहे इससे उनका मासिक धर्म ठीक हो जाएगा और सफ़ेद पानी की परेशानी भी दूर होगी |
दमा , खांसी :
दमा एवं खांसी के रोगियों के लिए अंगूर बहुत ही गुणकारी हैं | यदि साथ में खून भी आता हों तो घबराने की जरूरत नहीं वह भी अंगूर खाने से ठीक हो जाएगा | बस नियमित अंगूर का सेवन करते रहे |
चेचक :
चेचक के रोगी को अंगूरों को गर्म पानी में धोकर खाना चाहिए , इससे लाभ होगा | यदि अंगूर ना मिले तो उनके लिए बाजार से मुनक्का ले ले उसे पानी में उबालकर खाने से लाभ होता है
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