सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

9 amazing health benefits of alum

फिटकरी के गुण :

फिटकरी एक रंगहीन,क्रिस्टलीय पदार्थ है , फिटकरी का रासायनिक नाम "Potassium aluminum sulfate"है, इसे Latina भाषा में  "alum" भी कहते है |
फिटकरी हमारे लिए एक बहुत ही उत्तम औषधि है | यह बहुत ही महत्वपूर्ण है अतः हर घर में हर समय फिटकरी रहना आवश्यक है |

 Alum

फिटकरी के आयुर्वेदिक उपयोग :

1. दांत दर्द में लाभकारी है फिटकरी :

फिटकरी और रीठे की गुठली को बारीक पीस कर इसका चूर्ण बनाकर दांतों पर मलने से दांत दर्द में शीघ्र लाभ मिलता है |

2. पायरिया :

पांच ग्राम फिटकरी के चूर्ण में जामुन की लकड़ी के कोयले को बारीक पीस कर मिलायेंं और इस मिश्रण को दांतों पर हल्के-हल्के मले | पायरिया रोग में शीघ्र ही आराम मिलेगा |

3. आँख के रोहे :

यह बहुत ही कष्ट कारक रोग है इस रोग में फिटकरी अत्यंत ही लाभदायक औषधि है | 
10 ग्राम फिटकरी , 10 ग्राम सुहागा , 3 ग्राम कलमी शोरा इन तीनो को बारीक पीस कर मिलाकर अच्छी तरह छानकर दो -दो बूंद सुबह शाम आँखों डालेंं शीघ्र ही लाभ मिलेगा |

4. पीलिया :

10 ग्राम फिटकरी बारीक पीसकर इसके 20 भाग करके एक-एक भाग दिन में तीन बार गाय के दूध के साथ सेवन करे | यह पीलिया रोग में बहुत ही उत्तम  औषधि है |

5. कुष्ठ रोग :

100 ग्राम फिटकरी पीसकर चूर्ण बना लेंं | गाजर तथा मूली के रस में एक चम्मच शहद और  2 रत्ती फिटकरी का चूर्ण मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से कुष्ठ रोग में  शीघ्र लाभ होगा |

6. ज़ख्म होने पर :

यदि किसी प्रकार आप को चोट लग गई और हल्का फुल्का जख्म हो गया है तो फिटकरी पीसकर कटे हुए भाग पर बुरक देंं | जख्म को पकने से बचाव होगा तथा जख्म शीघ्र ही भर जाएगा |

7. बुखार :

यदि बुखार हुआ है तो थोड़ी सी सोंंठ में फिटकरी मिलाकर बतांंसे के साथ खिलाएं बुखार उतर जाएगा |

8. अन्दरूनी चोट लगने पर :

 यदि किसी रूप में अंदरूनी चोट आ गई हो | जैसे  - फिसल का गिरने आदि से शरीर के किसी भी   स्थान पर चोट आ गई हो | तो वह चोट आंतरिक रुप से घातक हो सकती है | ऐसे में आधा किलो दूध में हल्दी डालकर  अच्छी तरह उबालेंं फिर उसे आंच पर से उतार लें तत्पश्चात उसमें थोड़ी सी फिटकरी पीसकर डाल दें और पिलायें | बहुत उत्तम औषधि है |

9. पसीने की दुर्गंध :

यदि पसीने में दुर्गंध आती है | तो नहाते समय पानी में थोड़ी फिटकरी डाल लेंं | लगातार कुछ दिन इस प्रयोग को करने से पसीने की दुर्गंध से निजात मिलेगी |  
  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

engage children's mind in studies

यदि बच्चों का पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता तो करे यह उपाय : बच्चों की पढ़ाई के लिए सबसे ज्यादा चिंता माता-पिता को होती है | माता पिता हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल करें | इसलिए वह बच्चों पर थोड़ी सख्ती भी करते है | जैसे -बच्चों को  खेलने से रोकना , पढ़ाई के लिए बार-बार बोलना ,अच्छी से अच्छी जगह ट्यूशन लगाना आदि | लेकिन बच्चे फिर भी अच्छे अंक प्राप्त करने में असमर्थ रहते हैं |   बच्चों का मन पढ़ाई में लगे और वह अच्छे अंको से पास हो इसके लिए एकाग्रता बहुत जरूरी है  | अगर आप भी ज्योतिष ,वास्तुु, फेंगशुई को मानते हैं | तो इनमे बहुत से ऐसे उपाय हैं जिनके जरिए हम बच्चों की एकाग्रता को बढ़ा सकते हैं | प्रकृति में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जा प्रवाहित हो रही है  वास्तु और फेंगशुई का काम है दोनों  ऊर्जाओं का संतुलन बनाए रखना और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देना इसके लिए हमें वास्तु और फेंगशुई के नियमों का पालन करना होगा | 1 .  बच्चों का अध्ययन कक्ष हमेशा पश्चिम या दक्षिण दिशा में बनाना चाहिए क्योंकि इससे स्...

how medicine made from these 5 spices

 इन पांच मसालों में छुपा है कितने रोगों का इलाज ?  Spices rich in taste and health    घर की रसोई में कई ऐसे मसाले होते हैं जिनका उपयोग कर हम कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं आयुर्वेद के अनुसार ऐसी ही कुछ औषधियों की जानकारी हम आप तक पहुंचा रहे हैं | दाल,भात,सब्जी,रायता आदि बनाते समय तड़का (छौंक) लगाने का प्रचलन सदियों पुराना है | यह खाने को स्वादिष्ट तो बनाता ही है साथ ही हमारे शरीर को भी सेहतमंद रखता है | तड़का (छौंक)  लगाने के लिए हींग, जीरा, अजवाइन, मेथी, धनिया आदि का प्रयोग किया जाता है | हींग और जीरा का प्रयोग तो लगभग सभी सब्जी और दालों में किया जाता है  |  मेथी, धनिया, अजवाइन का प्रयोग खास व्यंजन में किया जाता है  |  जैसे - मेथी का प्रयोग कड़ी सीताफल की सब्जी और उड़द की दाल के लिए होता है किया जाता है अजवाइन का प्रयोग भिंडी अरबी की सब्जी के लिए किया जाता है | धनिया   का प्रयोग बैगन आदि की सब्जी के लिए किया जाता है  |  अजवायन के गुण -: यह हल्की चटपटी ,ती...

Best herbal tea for winter

त्रिदोष नाशक हर्बल चाय cold and cough सर्दी का मौसम आते ही जुकाम खांसी का होना एक आम बात हो गई है वैसे तो मौसम कोई भी को अपने साथ बीमारियां लाता ही है | इसी तरह सर्दी में जुकाम खांसी का होना कोई बड़ी बात नहीं |  आज हम आपको सर्दी से होने वाले रोग जैसे - जुकाम-खांसी आदि से बचाव के लिए कुछ आयुर्वैदिक चाय के बारे में जानकारी दे रहे है | इन्हें बनाना बहुत ही आसान है | और यह बहुत लाभदायक है और इनसे किसी भी तरह का नुकसान नहीं है |  त्रिदोष नाशक हर्बल चाय -:  Image by  Pashminu Mansukhani  from  Pixabay                                         यह चाय हमारे शरीर से वात-कफ-पित्त को जड़ से समाप्त कर देती है | इसका सेवन आप नियमित करे और इसका असर देखे यह बहुत ही दुर्लभ है |  इसे बनाने के लिए एक कप गरम पानी में एक चम्मच अदरक का रस , एक नींबू का रस , दो चम्मच शहद मिलाकर इसका प्रतिदिन सेवन करे |  इसे ...