दोस्तों आंखों के बारे में मैं पहले भी एक लेख लिख चुका हूं | इसे आप यहां क्लिक Eye Diseases करके पढ़ सकते हैं | आंखे हमारे शरीर का एक बहुमूल्य अंग है | इसलिए आँखों की देखभाल हमें बहुत ही सावधानी से करनी चाहिए |
मोतियाबिंद :
रोहे :
आंख आना :
आँख आने पर गाय के दूध में रुई को भिगोकर उस पर फिटकरी के चूर्ण को छिड़कर आँखों पर बांधे |
आंख की गुहेरी :
आंखों की पलकों पर जो छोटी-छोटी फुंसियां हो जाती हैं उन्हें गुहेरी कहते हैं |
- पुदीने और धनिया की हरी पत्तियां पीसकर पलकों पर लेप करने से गुहेरी ठीक हो जाती है |
- इमली के बीज (गिरी ) को साफ कर पत्थर पर घिसकर आंखों पर लगाएं |
- हल्दी को स्त्री के दूध में घिसकर आंखों पर लगाएं | आश्चर्यजनक फायदा होगा |
आँखों से पानी आना :
- अमरूद को आग में भूनकर खाने से आंखो का पानी गिरना बंद हो जाता है |
- धनिया पुदीने की चाय में चुटकी भर नमक मिलाकर पिए |
- दो छोटी इलायची पीस कर रात को एक गिलास दूध में उबालकर पीने से आंखों से पानी आना बंद हो जाता है |
- रात के समय त्रिफला पानी में भिगो दें सुबह उस पानी को छानकर कर आंखों पर छींटे मारे | अचूक औषधि है |
दृष्टि दुर्बलता यह नजर की कमजोरी :
आंखों से कम दिखाई देना ही दृष्टि दुर्बलता है |
- इलायची के दानों का चूर्ण और शक्कर बराबर मात्रा में लेकर एरंड का तेल मिलाएं 4 ग्राम की मात्रा 40 दिन तक इस्तेमाल करें आश्चर्यजनक रूप से फायदा होगा और नेत्र ज्योति बढ़ेगी |
- संतरे के रस में पिसी हुई कालीमिर्च और सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें दृष्टि दोष से मुक्ति मिलेगी
- सहजन का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर काजल बनाएं और प्रतिदिन आंखों में लगाएं निश्चित लाभ होगा |
मोतियाबिंद :
आंख की पुतलियों पर पर्दा पड़ना ही मोतियाबिंद के लक्षण है |
- बादाम की गिरी और 7 दाने कालीमिर्च को पीसकर पानी में मिलाकर छान लें और मिश्री डाल कर सेवन करें शीघ्र लाभ होगा |
- 10 मिलीग्राम प्याज का रस 10 मिलीग्राम शहद में 2 ग्राम भीमसेनी कपूर मिलाकर शीशी में रख ले और रात को सोते समय सलाई से आंखों में लगायेंं |
- गाजर पालक और आंवले के सेवन से मोतियाबिंद नहीं बढ़ता | इसलिय मोतियाबिंद के रोगी इनका अधिक से अधिक सेवन करे |
- सौंफ धनिया बराबर मात्रा में लेकर उसमें भूरी शक्कर मिलाएं और 10 ग्राम की मात्रा का प्रतिदिन सेवन करें |
- पुरानी ईद का टुकड़ा पीसकर छान लें फिर उसे आक के दूध से तर करें और रख दे | जब दूध सूख जाए तो 10 ग्राम चूरे में पांच लौंंग पीसकर मिला लें और दिन में 5 से 6 बार सूंघे | बहुत ही अच्छी औषधि है |
- सुपारी को पानी में पत्थर पर घिसकर लगाने से आंख की सूजन दूर होती है |
रतौंधी :
आंख से धुंधला दिखाई पड़ना रतौंधी रोग के लक्षण हैं |
- टमाटर के रस का सुबह-शाम सेवन करने से रतौंधी रोग दूर हो जाता है |
- टब में पानी भरकर उसमें अपना चेहरा डालकर लगातार आंखें खोले रखें ऐसा करने से आंखों की ज्योति बढ़ेगी |
- 10 ग्राम बेल के पत्ते ,6 दाने कालीमिर्च ,और 25 ग्राम चीनी को पानी में बारीक पीसकर सुबह-शाम सेवन करें |
आँखों में जलन होना :
- गाय के दूध का मक्खन लगाने से आंखों की जलन दूर होती है |
- दही की मलाई का पलकों पर लेप करने से आंखो की जलन खत्म हो जाती है |
- हल्दी फिटकरी और इमली के पत्तों की पुल्टिस बना कर आंखों की सिकाई करें आंखों की जलन मिट जाएगी |
रोहे :
यह आंखों में अंधापन लाने वाला खतरनाक रोग है यह बच्चों में अधिक होता है |
- भोजन के साथ बेल और गाजर के मुरब्बे का सेवन करने से रोहे रोग से राहत मिलती है |
- तुलसी, अदरक, शहद और प्याज का रस मिलाकर दिन में सेवन करें रोहे में लाभकारी है |
- ईसबगोल की भूसी में आंवले का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर दूध के साथ सेवन करें |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें