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How to take care of eyes?

दोस्तों आंखों के बारे में मैं पहले भी एक लेख लिख चुका हूं | इसे आप यहां क्लिक Eye Diseases करके पढ़ सकते हैं | आंखे हमारे शरीर का एक बहुमूल्य अंग है | इसलिए आँखों की देखभाल हमें बहुत ही सावधानी से  करनी चाहिए |








आंख आना  :

आँख आने पर गाय के दूध में रुई को भिगोकर उस पर फिटकरी के चूर्ण को छिड़कर आँखों पर बांधे | 

आंख की गुहेरी :

आंखों की पलकों पर जो छोटी-छोटी फुंसियां हो जाती हैं उन्हें गुहेरी कहते हैं |

  1.  पुदीने और धनिया की हरी पत्तियां पीसकर पलकों पर लेप करने से गुहेरी ठीक हो जाती है |
  2. इमली के बीज (गिरी ) को साफ कर पत्थर पर घिसकर आंखों पर लगाएं |
  3. हल्दी को स्त्री के दूध में घिसकर आंखों पर लगाएं | आश्चर्यजनक फायदा होगा |

आँखों से पानी आना :

  1. अमरूद को आग में भूनकर खाने से आंखो का पानी गिरना बंद हो जाता है |
  2. धनिया पुदीने की चाय में चुटकी भर नमक मिलाकर पिए |
  3. दो छोटी इलायची पीस कर रात को एक गिलास दूध में उबालकर पीने से आंखों से पानी आना बंद हो जाता है |
  4.  रात के समय त्रिफला पानी में भिगो दें सुबह उस पानी को छानकर कर आंखों पर छींटे मारे |  अचूक औषधि है |

दृष्टि दुर्बलता यह नजर की कमजोरी :

आंखों से कम दिखाई देना ही दृष्टि दुर्बलता है |


  1.  इलायची के दानों का चूर्ण और शक्कर बराबर मात्रा में लेकर एरंड का तेल मिलाएं 4 ग्राम की मात्रा 40 दिन तक इस्तेमाल करें आश्चर्यजनक रूप से फायदा होगा और नेत्र ज्योति बढ़ेगी |
  2. संतरे के रस में पिसी हुई कालीमिर्च और सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें दृष्टि दोष से मुक्ति मिलेगी 
  3.  सहजन का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर काजल बनाएं और प्रतिदिन आंखों में लगाएं निश्चित लाभ होगा |

मोतियाबिंद  :
आंख की पुतलियों पर पर्दा पड़ना ही मोतियाबिंद के लक्षण है | 

  1. बादाम की गिरी और 7 दाने कालीमिर्च को पीसकर पानी में मिलाकर छान लें और मिश्री डाल कर सेवन करें शीघ्र लाभ होगा |
  2. 10 मिलीग्राम प्याज का रस 10 मिलीग्राम शहद में 2 ग्राम भीमसेनी कपूर मिलाकर शीशी में रख ले और रात को सोते समय सलाई से आंखों में लगायेंं |
  3.  गाजर पालक और आंवले के सेवन से मोतियाबिंद नहीं बढ़ता | इसलिय मोतियाबिंद के रोगी इनका अधिक से अधिक सेवन करे |
  4.  सौंफ धनिया बराबर मात्रा में लेकर उसमें भूरी शक्कर मिलाएं और 10 ग्राम की मात्रा का प्रतिदिन सेवन करें |
  5. पुरानी ईद का टुकड़ा पीसकर छान लें फिर उसे आक के दूध से तर करें और रख दे | जब दूध सूख जाए तो 10 ग्राम चूरे में पांच लौंंग पीसकर मिला लें और दिन में 5 से 6  बार सूंघे | बहुत ही अच्छी औषधि है |
  6.  सुपारी को पानी में पत्थर पर घिसकर लगाने से आंख की सूजन दूर होती है |

रतौंधी :

 आंख से धुंधला दिखाई पड़ना रतौंधी रोग के लक्षण हैं |
  1. टमाटर के रस का सुबह-शाम सेवन करने से रतौंधी रोग दूर हो जाता है |
  2. टब में पानी भरकर उसमें अपना चेहरा डालकर लगातार आंखें खोले रखें ऐसा करने से आंखों की ज्योति बढ़ेगी |
  3.  10 ग्राम बेल के पत्ते ,6 दाने कालीमिर्च ,और 25 ग्राम चीनी को पानी में बारीक पीसकर सुबह-शाम सेवन करें |

आँखों में जलन होना :

  1. गाय के दूध का मक्खन लगाने से आंखों की जलन दूर होती है |
  2.  दही की मलाई का पलकों पर लेप करने से आंखो की जलन खत्म हो जाती है |
  3.  हल्दी फिटकरी और इमली के पत्तों की पुल्टिस बना कर आंखों की सिकाई करें आंखों की जलन मिट जाएगी |

रोहे :
यह आंखों में अंधापन लाने वाला खतरनाक रोग है यह बच्चों में अधिक होता है |

  1.  भोजन के साथ बेल और गाजर के मुरब्बे का सेवन करने से रोहे रोग से राहत मिलती है |
  2.  तुलसी, अदरक, शहद और प्याज का रस मिलाकर दिन में सेवन करें रोहे में लाभकारी है |
  3.  ईसबगोल की भूसी में आंवले का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर दूध के साथ सेवन करें |

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