एक अनार सौ बीमार :
दोस्तों यह एक प्राचीन कहावत है | कि" एक अनार सौ बीमार " इस कहावत से ही यह अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है | कि अनार हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है |
pomegranate health Benefits |
वैसे कंधारी अनार को सबसे अधिक गुणवान और श्रेष्ठ माना जाता है | जहांं तक स्वास्थ का सम्बन्ध है , तो अनार का रस ,अनार का शर्बत हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी सिध्द हुए है |
1.सौंदर्य बढ़ाने में अनार का महत्व :
यदि आप अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए केमिकल रहित क्रीम पाउडर अथवा अन्य श्रृंगार सामग्री उपयोग करते हैं | तो इसके बजाय आप अनार के छिलकों को सुखाकर बारीक पीसकर उसका पाउडर बना लें, और उसे गुलाब जल में मिलाकर उसको अपने चेहरे पर और पूरे शरीर पर उबटन की भांति मलेंं तो शरीर के सारे चर्म रोग जाते रहेंगे चेहरे से दाग धब्बे समय से पूर्व पढ़ने वाली झाइयां भी गायब हो जाएंगे और चांद की भांति मुस्कुराता चेहरा नज़र आएगा |
2.पेट के रोगों में अनार के फायदे :
बढ़ते हुए पेट ( मोटापे ) से हर आदमी चिंतित है | परंतु जब अनार हैं, तो ऐसी चिंता की जरूरत ही क्यों ? याद रखें हमारे शरीर में पेट का कार्य ऐसा है, जो हमारे शरीर को पूरा इधन देकर जीवित रखता है | परंतु जब पेट में खराबी आती है , तो तिल्ली , जिगर की कमजोरी , संग्रहणी , दस्त , कब्ज , पेट का दर्द , अंतड़ियों की सूजन जैसे रोग हमें घेर लेते हैं | यही नहीं इन रोगों के कारण हमारे शरीर का पूरा ढांचा बिगड़ जाता है | इसलिए मैं आपको इन लोगों से मुक्त करवाने का रास्ता सब विस्तार से बता रहा हूं |
3.मोटापा :
अधिक मोटे लोगों को अनार का रस कम लेना चाहिए , क्योकि अनार रक्त वर्धक होने के कारण शरीर को मोटा करता है |
4.पेचिश संग्रहणी :
15 ग्राम अनार के सूखे छिलके और दो लौंग लेकर उन्हें पीसकर एक गिलास पानी में 10 मिनट तक उबालें फिर उसे नीचे उतारकर बारीक कपड़े से छान लें | अब इसे दिन में तीन बार रोगी को पिलाते रहे तीन-चार दिन के सेवन से दस्त ठीक हो जाएंगे |
संग्रहणी रोग वालों को इसे लंबे समय तक पीते रहना चाहिए |
5.पेट दर्द :
अनार के दानो को निकालकर इसमें पीसी काली मिर्च और काला नमक मिलाकर चूसते रहे इससे पेट का दर्द ठीक हो जायेगा |
6.नाक से खून आना ( नकसीर ):
रोगी के नथनों में अनार का रस डालने से खून आना बंद हो जाता है | यदि पुराना बुखार साथ में हो भी हो तो भी ठीक हो जाएगा |
7.औरतों को अधिक मासिक धर्म आना :
अनार के सूखे छिलके पीसकर छान ले , इसमें यदी चाहे तो कुंजा मिश्री बारीक पीस कर मिला लें , इससे स्वाद बदल जाता है ,और औरतों को खाने में भी आसानी होती है , इसे एक चम्मच दिन में तीन बार औरत को खिला देने से अधिक मासिक स्राव आना बंद हो जाएगा |
8.मुहंं से दुर्गन्ध और पानी आना :
अनार के छिलकों को सुखाकर उन्हें बारीक पीसकर सुबह-शाम ताजा पानी के साथ सेवन करने से यह रोग ठीक हो जाते हैं |
9.खांसी :
8. ग्राम अनार का छिलका 1. ग्राम काला नमक दोनों को मिलाकर बारीक पीस लें फिर इनमें दो चम्मच शहद मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें , और एक गोली 1 घंटे के पश्चात मुंह में डालकर चूसते रहने से खांसी ठीक हो जाती है |
10.अधिक पेशाब का आना :
5 . ग्राम अनार के छिलके को पीसकर चूर्ण बना लें , इसे एक-एक चम्मच दिन में 2 बार 1 माह तक लेते रहने से पेशाब रोग ठीक हो जाते हैं |
11.खून की कमी :
विटामिन की कमी के कारण ही शरीर में खून की कमी आ जाती है | अनार का रस खून की कमी को पूरी तरह से दूर करने में समर्थ है | इसलिए ऐसे रोगी सुबह शाम दिन में दो बार अनार का रस पिएंं |
12.पागलपन के दौरे ( हिस्टीरिया ) :
20 . ग्राम अनार के पत्ते ,
20 . ग्राम गुलाब के ताज़ा फूल
इन दोनों को 600 . ग्राम पानी में उबाल लेंं , फिर इन्हें बारीक कपड़े में छानकर इसमें , 25 . ग्राम देसी घी मिला लेंं , प्रतिदिन सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पागलपन(हिस्टीरिया ) के दौरे बंद हो जाते है |
13.जिगर की खराबी :
जिन लोगों का जिगर खराब हो गया है , अथवा बढ़ गया है | उन्हें सुबह उठकर खाली पेट आधा गिलास अनार का रस काला नमक डालकर एक चम्मच पुदीने के रस के साथ एक माह तक निरंतर पीने से ठीक हो जाएगा |
14.भूख न लगना :
आधा गिलास अनार का रस त्रिफला के साथ सेवन करने से पेट के सारे रोग ठीक हो जायेंगे और भूख भी खूब लगने लगेगी |
जिन लोगो को गर्मी अधिक लगती हो वह प्रतिदिन 100 . ग्राम अनार के दाने अवश्य खाएं इससे अधिक गर्मी नहीं लगेगी |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें