शहद आंखों के लिए है वरदान :
शहद आंखों के रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी है | प्रतिदिन शहद का उपयोग करने से नेत्र ज्योति बढ़ती है आमतौर पर शहद का प्रयोग आंखो में डालने के लिए किया जाता है इससे आंखों में पानी आ जाता है जो की आंखों के लिए बहुत लाभकारी होता है |
कमल का शहद दृष्टि कम होने पर एक प्रभावी इलाज है | 10 ग्राम शहद में तीन बूंद नींबू का रस 10 ग्राम गुलाब जल मिलाकर सलाई या ड्रोपर से आंखो में डाले |
मोतियाबिंद की प्रारंभिक अवस्था में विशेष रूप से एक तोला शहद में 5 से 10 बूंद प्याज का रस मिलाकर सलाई से 2 बार प्रतिदिन लगाएं | साधारण रोगों में खाली शहर का प्रयोग भी किया जा सकता है |
Eye and Honey |
काला मोतियाबिंद ( Black Cataract) :
काला मोतियाबिंद क्या है ?
आंखों में एक तरल पदार्थ के बढ़ने पर आंखों की मांसपेशियां पर दबाव बढ़ने से यह रोग होता है | किसी रूकावट के कारण यह तरल कोर्निया की तहों में इकट्ठा होकर जम जाता है | जिससे रेटीना पर जवाब पड़ता है और अंत में पूर्ण अंधकार छा जाता है | और ऑपरेशन ही केवल इसका इलाज रह जाता है | ऑपरेशन में एक सुराख बनाकर पुतली से तरल पदार्थ बाहर निकाल दिया जाता है |
प्रारंभ में अगर शहद का आंतरिक और बाहरी प्रयोग किया जाए तो इस रोग से बचा जा सकता है | क्योंकी शहद में पानी को सोखने की क्षमता होती है | लेकिन अधिक देरी होने पर इससे लाभ नहीं होता |
शुद्ध हींग को पीसकर इसमें शहद मिलाकर सुबह-शाम शीशे की सलाई से आँखों में लगाने से लाभ होता है |
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