स्वस्थ रहने के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत :
नमस्ते दोस्तों आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है | इसलिए स्वस्थ जीवन के कुछ उपाय बता रहे है | अगर अच्छे लगे तो जरूर अपनाएं |
Healthy person |
1. सुबह जल्दी उठना चाहिए | 4:30 बजे सुबह अथवा सूर्योदय से पहले तो बिस्तर छोड़ देना चाहिए | सुबह जल्दी उठने से आपको अपने लिए और जीवन में कई महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए समय मिलेगा | अगर सुबह सुबह प्रसन्न होकर जागे एवं दिन की शुरुआत मुस्कुराते हुए करें | प्रतिदिन सुबह उठकर एक बार ठहाका लगाकर हँसना ( laughter yoga ) चाहिए |
2. प्रतिदिन सुबह उठकर अपने हाथों को अपनी आँखों के सामने लाकर उन्हें देखे और ईश्वर का ध्यान करे | अगर हो सके तो इस मन्त्र का जाप करे |
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती |
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ||
3. सुबह उठकर अधिक पानी ना पियें | नित्यकर्म जाने से पहले एक गिलास पानी पी सकते है | सुबह अधिक पानी पीने से गुर्दों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है | मल-मूत्र त्यागने में समस्या आ सकती है | सुबह अधिक पानी पीने से ह्रदय एवं हड्डियों के रोग होने की संभावन बनी रहती है |
4. प्राणायाम ,मन्त्र जप , ध्यान साधना , कसरत , एवं योग आसन नियमित करे | सुबह उठकर घूमने अवश्य जायँँ
5. ध्यान करते समय गहरी और लम्बी साँस ले | और उन सांसो की और ध्यान केन्द्रित करे ऐसा प्रतिदिम करे और अभ्यास बढ़ाएँँ |
6. छः सात तुलसी के पत्ते रविवार छोड़कर प्रतिदिन सुबह चबा-चबा कर सेवन करे और थोडा पानी पियें | तुलसी के पत्ते दांतों में फसे नहीं रहने चाहिए | स्वस्थ शरीर के लिये तुलसी का सेवन बहुत ही महत्वपूर्ण है | हमारे शरीर के बहुत सारे रोगों का इलाज सिर्फ तुलसी ही कर देती है | तुलसी के सेवन से पित्त की बीमारियों में लाभ मिलता है , स्मरण शक्ति तेज होती है , शरीर में चुस्ती फुर्ती बनी रहती है , खांसी ,टीबी , मलेरिया , बुखार , ह्रदय रोग , मधुमेह , और कैंसर जैसे रोगों का इलाज तुलसी में ही छुपा है |
7. हर सप्ताह में दो -तीन दिन नीम के पत्तो का सेवन भी अवश्य करे | नीम के पत्तो से भी कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है | इनमे मलेरिया और मधुमेह मुख्य है नीम के सेवन से खून भी शुद्ध साफ़ होता है |
8. भोजन में नाश्ता पेट भर कर करे दोपहर का खाना भी ठीक-ठाक ही करे परन्तु सांझ के भोजन में थोड़ी नरमी बरते अर्थात भोजन थोडा कम ही ले और भोजन के बाद तुरंत ना सोएं भोजन के बाद थोडा टहल ले |
9. खड़े होकर पानी बिल्कुल ना पिये | खड़े होकर पानी पीने से कमर का दर्द , घुटनों का दर्द , पिंडलियों के दर्द की शिकायत बनी रहती है |
10. रात्रि को सोते समय आपका सिर पूर्व अथवा दक्षिण की तरफ होना चाहिए |
11. ब्रह्मचर्य का पालन करे | निरोध का इस्तेमाल कभी ना करे एवं संयम - नियम से रहे | एक तरफ स्वास्थ ज्ञान है और दूसरी तरफ ब्रह्मचर्य तो स्वास्थ की दृष्टि से ब्रह्मचर्य का ही पलड़ा भारी होगा | जो संयमी है , ब्रह्मचर्य का पालन करता है उसे औषधि की क्या जरुरत | जिनकी बुद्धि विषय - विकारों में लगी है | वह बीमार और लाचार होकर जीते है |
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