सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

सितंबर, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Excess consumption of energy drinks is fatal

ऊर्जा पेय (energy drinks) का अधिक सेवन हानिकारक हैं : energy drinks आजकल ऊर्जा पेय (energy drinks) का सेवन बहुत ही प्रचलन में है , खासकर युवओं के लिए यह एक तरह से फैशन (vogue) सा बन गया है वह इसके बिना रह ही नहीं सकते थोड़ी सी थकावट होने पर उन्हें तुरंत ऊर्जा पेय (energy drinks) चाहिए , शायद वह यह नहीं जानते की ऊर्जा पेय (energy drinks) का अधिक सेवन उनके लिए कितना हानिकारक है |ऊर्जा पेय (energy drinks) का असर सबसे ज्यादा युवाओं पर ही होता है क्योंकि युवा ही इसका अधिक सेवन करते हैं थोड़ी सी थकावट होते ही उनको ऊर्जा पेय (energy drinks) चाहिए | ऊर्जा पेय (energy drinks) क्यों है हानिकारक : ऊर्जा पेय (Energy drinks) के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर (blood pressure ) बढ़ सकता है और हृदय की गति बाधित हो सकती है ऊर्जा पेय (Energy drinks) में कैफीन, टॉरिन और अन्य उत्तेजक पदार्थों के उच्च स्तरिय हानिकारक तत्व होते हैं और इनके दुष्प्रभाव ब्लड प्रेशर (blood pressure ) बढ़ाते हैं और इससे दिल के दौरे(heart attack) की संभावना बढ़ जाती है ,इसके अलावा जानलेवा अ

Aloe vera is Ayurvedic Medicine

क्या एलोवेरा है एक युर्वेदिक औषधि ? एलोवेरा कहे या घृतकुमारी ऐसे ही ना जाने कितने ही नाम है इस आयुर्वैदिक संजीवनी के | एलोवेरा का यह छोटा सा पौधा मिल भी बड़ी आसानी से जाता है |आजकल तो घरो में भी एलोवेरा का पौधा देखने को मिलता है | लेकिन इसके औषधीय गुणों के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं | एलोवेरा का यह छोटा सा पौधा कई औषधीय गुणों से भरा है | इस छोटे से पौधे में कितने आयुर्वैदिक गुण है | आइए जानते है इसके आयुर्वैदिक गुणों के बारे में :-  Aloe vera is Ayurvedic Medicine अगर आप भी चाहते है कि घर बैठे ही आप सुन्दर और स्वस्थ रहे तो एलोवेरा इसमें आपकी बहुत मदद कर सकता है | एलोवेरा एक बेहतरीन एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक के रूप में काम करता है | इसमें हमारे शरीर की अंदरूनी सफाई करने एवं हमारे शरीर को अन्दर से रोगाणु मुक्त रखने के गुण मोजूद है | यह हमारे शरीर की छोटी एवं बड़ी नस तथा नाड़ियो की सफाई बहुत ही अच्छी तरह से करता है |इसके अतिरिक्त एलोवेरा हमारे स्वास्थ के लिए और भी कई प्रकार से लाभकारी है | जैसे :- वजन कम करता है एलोवेरा : व्यस्त जीवनशैली , फ

Dysentery symptoms and treatment

पेचिश,अतिसार (diarrhoea) रोग के लक्षण : diarrhoea पेचिश पेट से सम्बंधित रोग है | यह रोग उड़द, चना , मावा आदि से बने खाद्य पदार्थों के सेवन से और हल्के पदार्थों का भी अधिक मात्रा में सेवन करने से होते हैं | जो भोज्य पदार्थ अधिक तेल,घी से युक्त हो या अधिक मसाले के मिश्रण से बने हो, उनसे भी पेचिश की बीमारी को हो जाती है | इस रोग में बार-बार पेट में मरोड़ सी होती है ,और शौच जाने की शंका बनी रहती है ,दस्त अधिक नहीं होते हैं , दस्त की जगह इसमें चिकनाई लिया हुआ पदार्थ जिसे आंव कहते हैं, मिला रहता है | कभी-कभी खून भी आ जाता है, परंतु कभी-कभी खून और आंव दोनों मिले हुए आते हैं | पेट और गुदा में एंठन सी होती है | जिससे रोगी को पीड़ा अधिक होती है | और बेचैनी सी होने लगती है कभी-कभी सामान्य रूप से बुखार भी आ जाता है | आज के समय इस रोग में अधिक वृद्धि होती जा रही है और इस रोग के भयंकर परिणाम भी आए दिन सामने आ रहे हैं जैसे - आंतों की सूजन, आंतों का फैल जाना या सिकुड़ जाना, आंतों में घाव हो जाना, संग्रहणी आदि अनेक रोग हैं जिनका रूप भयानक होता