क्या एलोवेरा है एक युर्वेदिक औषधि ?
एलोवेरा कहे या घृतकुमारी ऐसे ही ना जाने कितने ही नाम है इस आयुर्वैदिक संजीवनी के | एलोवेरा का यह छोटा सा पौधा मिल भी बड़ी आसानी से जाता है |आजकल तो घरो में भी एलोवेरा का पौधा देखने को मिलता है | लेकिन इसके औषधीय गुणों के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं | एलोवेरा का यह छोटा सा पौधा कई औषधीय गुणों से भरा है | इस छोटे से पौधे में कितने आयुर्वैदिक गुण है | आइए जानते है इसके आयुर्वैदिक गुणों के बारे में :-
Aloe vera is Ayurvedic Medicine |
अगर आप भी चाहते है कि घर बैठे ही आप सुन्दर और स्वस्थ रहे तो एलोवेरा इसमें आपकी बहुत मदद कर सकता है |
एलोवेरा एक बेहतरीन एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक के रूप में काम करता है | इसमें हमारे शरीर की अंदरूनी सफाई करने एवं हमारे शरीर को अन्दर से रोगाणु मुक्त रखने के गुण मोजूद है |
यह हमारे शरीर की छोटी एवं बड़ी नस तथा नाड़ियो की सफाई बहुत ही अच्छी तरह से करता है |इसके अतिरिक्त एलोवेरा हमारे स्वास्थ के लिए और भी कई प्रकार से लाभकारी है | जैसे :-
वजन कम करता है एलोवेरा :
व्यस्त जीवनशैली , फास्ट फूड और बदलते खान-पान के कारण आज हर व्यक्ति मोटापे की समस्या से ग्रस्त है | एलोवेरा का जूस मोटापा कम करने में बहुत ही सहायक है | इसमें एंटी- इन्फ्लेमेंटरी गुण होते हैं | जो शरीर में चर्बी बढ़ने से रोकते हैं |एलोवेरा का जूस आप आसानी से घर में बना भी सकते हैं | एलोवेरा का एक पत्ता ले और उसकी ऊपरी परत को निकाल दे | पत्ते में मौजूद पीली परत को हटा दें |अब जैल को निकाल कर दो चम्मच जैल में 3 कप पानी डालकर इसे तीन-चार मिनट मिक्सी में अच्छी तरह चटनी के जैसे पीस लें जूस तैयार है | यह प्राकृतिक रूप से वजन घटाने में सहायक है |
एलोवेरा में है रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) :
बदलते मौसम के साथ हमारे में शरीर में भी कई तरह के बदलाव आते हैं | विशेषकर शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति मौसम बदलते ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं |शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को एलोवेरा का जूस रात को सोने से पहले पीना चाहिए |
रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाने के लिए एलोवेरा का जूस विशेष लाभदायक है| एलोवेरा जेल और जूस रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाते हैं |
पाचन क्रिया ठीक करता है एलोवेरा :
एलोवेरा का जूस पेट संबंधित सभी परेशानियों से राहत प्रदान करता है | इस जूस में पेट साफ करने के प्राकृतिक गुण मौजूद होते है इसमें लैक्सेटिव होती है जो पाचन क्रिया में सहायक है और पाचन तंत्र को साफ करता है इससे कब्ज में राहत मिलती है जूस के साथ-साथ इसे अन्य रूप में खाने से भी स्वास्थ्य पर अनुकूल असर पड़ता है | कब्ज में एलोवेरा का रस भी फायदेमंद है | इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें |
एलोवेरा दिल को रखे स्वस्थ :
Heart Disease |
एलोवेरा के प्रतिदिन के सेवन से ह्रदय रोग से बचा जा सकता है | यह शरीर में रक्त को साफ़ करता है और रक्त की मात्रा बढ़ाता है | रक्त प्रवाह को सुचारू बनाए रखता है | यह उच्च रक्तचाप (high blood pressure)को सामान्य बनाए रखता है | जिससे दिल का दौरे (Heart attack) की संभावना कम हो जाती है |
स्मरण शक्ति बढ़ाता है एलोवेरा :
एलोवेरा स्मरण शक्ति बढ़ाता है क्योंकी इसमें सैकराइडस (saccharides) नामक तत्व पाया जाता है | यह स्मरण शक्ति को बेहतर बानाता है और तनाव कम करता है |
बालों का करे पोषण एलोवेरा :
black long shiny hair |
बालों के लिए भी फायदेमंद है |एलोवेरा को अरंडी के तेल के साथ मिलाकर लगाने से बाल बढ़ते हैं बालों का गिरना ,सफेद होना ,रूसी (dandruff) होना ,बालों का रूखापन आदि समस्याएं भी एलोवेरा के उपयोग से खत्म हो जाती हैं | शैंपू करने से पहले बालों में चमेली या नारियल के तेल में एलोवेरा का रस मिलाकर लगाने से बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं | आंवला और जामुन के साथ एलोवेरा का उपयोग करने पर बाल मजबूत होते हैं | एलोवेरा के रस में मेहंदी मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकीले और मजबूत होते है |
पायरिया में लाभदायक है एलोवेरा :
Dental problem |
दांतो के लिए एलोवेरा बहुत उपयोगी है | एलोवेरा मुंह और मसूड़ों संबंधित समस्याओं के लिए अत्यंत लाभकारी है |इसके प्रयोग से मसूड़ों में आई सूजन और मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है खासकर पायरिया हो तो एलोवेरा जेल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल ग्रेविटी उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ते हैं एलोवेरा का उपयोग माउथवॉश के तौर पर भी किया जा सकता है |
त्वचा का पोषण करे एलोवेरा :
beauty |
एलोवेरा शरीर से विषैले पदार्थ को बाहर निकालकर शरीर के अंदर की सफाई करता है | एलोवेरा - ग्लिसरीन ,सोडियम, कार्बोनेट ,सोडियम पाल्मेट जैसे पोषक तत्वों से भरा होता है |एलोवेरा त्वचा को नमी प्रदान कर उसे मुलायम स्वस्थ और चमकदार बनाता हैं | मिलावटी सौंदर्य प्रसाधनों की तुलना में एलोवेरा का प्रयोग त्वचा के लिए कहीं ज्यादा लाभदायक है | इसमें मौजूद पोषक तत्व और औषधीय गुण कील ,मुहांसों, झुर्रियों , सनबर्न भी राहत पहुचाते है | एलोवेरा ठंडा भी होता है जो त्वचा जलन होने पर ठंडक देता है इसे लगाने पर एक्जीमा की समस्या भी दूर होती है |
चोट लगने पर :
चोट लगने पर एलोवेरा जैल का उपयोग लाभदायक है | एलोवेरा जैल में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण होते है |यह किसी भी प्रकार के चोट अथवा जलन में आराम देता है | यहां तक की कीड़ो के काटने पर भी जैल लगाने से दर्द और जलन बहुत हद तक कम हो जाती है | अपने एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण एलोवेरा घाव को जल्दी भरता है | यदि कहीं जल जाएं तो तुरंत एलोवेरा जेल लगाएं इससे छाले नहीं पढ़ते और जलन भी समाप्त हो जाती है | यदि दाढ़ी बनाते वक्त कट जाए तो एलोवेरा का जैल लगाएं |
कोहनी एवं घुटनों के काले घेरे दूर करे एलोवेरा :
एलोवेरा के जैल में नारियल का तेल मिलाकर लगाने से कोहनी , घुटने और एडियों पर बने काले दाग धब्बे ठीक हो जाते हैं |
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सावधानी :
एलोवेरा के आयुर्वेदिक एवं औषधीय गुण इसे कई बीमारियों के लिए बेहतरीन घरेलू उपचार का विकल्प देते हैं | किंतु किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन लाभ की बजाय नुकसान देता है | एलोवेरा के साथ भी ऐसा ही इसके अत्यधिक सेवन से निम्न परेशानियां हो सकती हैं -
1 . जिन व्यक्तियों को दिल से संबंधित कोई परेशानी हो उन्हें एलोवेरा के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए एलोवेरा जूस की अत्यधिक मात्रा शरीर में एंड्रेनालाइन की अत्यधिक मात्रा उत्पन्न कर सकता है | जो हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा नहीं है |यह शरीर में पोटेशियम की मात्रा भी कम कर सकता है | जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है शरीर में कमजोरी भी आ सकती है बच्चो और बुजुर्गो को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए |
2 . एलोवेरा रक्तचाप को कम करता है (low blood pressure) अतः जिनका रक्तचाप कम (low blood pressure) रहता है | उनके लिए एलोवेरा का अधिक मात्रा में सेवन प्राणघातक हो सकता है |
3 . एलोवेरा का अत्यधिक सेवन मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है यदि आपको किसी चीज से एलर्जी हो तो एलोवेरा का प्रयोग डॉक्टर के परामर्श से ही करें |
4 . गर्भवती महिलाएं इसके अत्यधिक उपयोग से बचें क्योंकि इससे गर्भपात होने का खतरा रहता है |
5 . जहां एक तरफ एलोवेरा त्वचा के लिए फायदेमंद है वहीं दूसरी ओर इसका आवश्यकता से अधिक उपयोग से त्वचा में जलन , खुजली और चकत्ते भी हो सकते हैं |
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