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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

10 best home remedies of mouth ulcer

मुंह के छालों का सरल एवं घरेलू उपचार  (Mouth ulcers) मुखंं के छालों से होने वाली पीड़ा बहुत कष्टदायक होती है और स्वभाव भी चिडचिडा हो जाता है आप चाहे कितना भी स्वादिष्ट खाना खाये सब बेस्वाद हो जाता है मुह में जलन होती है सो अलग तो क्यूंं न मुखंं  के छालोंं से छुटकारा पाया जाए कुछ घरेलू नुस्खो के जरिए |  Mouth ulcers एक चम्मच फिटकरी  1 लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाए इस पानी से दिन में चार बार कुल्ला करे | रात में सोने से पहले छालों में मक्खन अथवा घी को छालों के ऊपर लगाने से छालों में होने वाली जलन शांत होती है और छाले जल्दी ठीक होते है | सूखा नारियल चबाकर खाने से मुख के छालों में शीघ्र लाभ होता है | छोटी पीपल को पीसकर शहद में मिलाए फिर इस लेप को जीभ एवं मुख के भीतर छालों में लगाए शीघ्र लाभ होगा | मिश्री और इलायची को एक साथ चबाने से छाले जल्दी ठीक होते है | गाजर के रस में थोड़ी सी फिटकरी डालकर कुल्ला करने से मुह और जीभ के छाले समाप्त हो जाते है | चमेली के पत्ते पान की तरह चबाने से छालो में जल्दी आराम मिलता है | भोजन करने के बाद नित्य एक चम्मच त्रिफला चूर्ण लेने से उदर ठीक रहता है और छाले भी

What nutrients do get from navel

नाभि में तरल पदार्थ लगाने के क्या शारीरिक लाभ है ? जी हाँँ दोस्तों यह बात एकदम सत्य है कि नाभि में विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थ लगाने से हमें विभिन्न लाभ होते है | यह तो आप सभी जानते है की जन्म से पूर्व हमें गर्भ में जो भी पोषण तत्व मिलते है वह सब हम नाभि के द्वारा ही ग्रहण करते है यह भी ठीक उसी प्रकार है | जब हम अपनी नाभि में तेल अथवा अल्कोहल,ब्रांडी लगाते है तो हमें उचित लाभ प्राप्त होते है |  navel नीम का तेल   छोटा सा पिंंपल भी चेहरे की खूबसूरती को कम कर देता है | अगर आप भी है पिंपल्स से परेशान तो आजमाए यह नुस्खा | प्रतिदिन अपनी नाभि पर नीम का तेल लगाए इससे आपके चेहरे के  पिंपल्स जल्द ही गायब हो जायेंगे |  Pinpal  बादाम का तेल  अगर आपकी त्वचा खुश्क -रुखी है | तो आप नाभि पर बादाम का तेल लगाए इससे आपकी त्वचा नर्म एवं मुलायम होगी और त्वचा एकदम ग्लोइंग होगी | बादाम के तेल का यह प्रयोग महँगी से महँगी क्रीमो को मात देता है | नाभि पर मक्खन लगाने से स्किन सॉफ्ट हो जाती है | सरसों का तेल  अगर आप के होंठ रूखे और काले है | तो नाभि पर सरसों का तेल लगाए यह प्रयोग होंठो को नर्म मुलायम एवं गुलाबी

causes and treatment of dizziness

क्यों आते है चक्कर   (dizziness)और क्या है इलाज़ : चक्कर आना अक्सर कमजोरी के लक्षण है कई बार ज्यादा देर तक एक जगह बैठने के बाद उठने पर  चक्कर आ जाते है लगातार खड़े रहने पर भी चक्कर आ जाते है कई बार तो चलते चलते या सफ़र करने पर भी चक्कर आ जाते है  इस समस्या से छुटकारा पाने के लिये कुछ देसी नुस्खे है |  Dizziness       चक्कर आने के घरेलू उपचार :   ३ ग्राम मालकंगनी का चूर्ण सुबह शाम दूध के साथ लेने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है और चक्कर नहीं आते | बच का 4 ग्राम चूर्ण खाने के बाद एक गिलास दूध पीने से दिमाग को शक्ति मिलती है | बादाम ,मुनक्का व मिश्री समान मात्रा में पीस ले फिर इनके छोटे-छोटे 8 से 10 ग्राम के लड्डू बना ले सुबह शाम एक-एक लड्डू दूध के साथ लेने से चक्कर नहीं आते और जुखाम ,खांसी ,कब्ज आदि भी दूर होते है | सौंफ ,सोंठ ,मुलहटी और मुनक्का के साथ बादाम गिरी मिलाकर खरल में अच्छी तरह घोंट ले फिर उसमे प्रवाल भस्म दो रत्ती मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से चक्कर नहीं आते और दिमागी  कमजोरी दूर होती है |  5 बूंद मालकंगनी का तेल मक्खन या मलाई  मे डालकर खाने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है और चक्कर

Treat eight diseases kind by garlic

लहसुन : एक प्रकार का मसाला है लहसुन ,जो सब्जी आदि को स्वादिष्ट बनाने में प्रयोग किया जाता है | किन्तु लहसुन औषधीय तत्वों से भरपूर है | आइए जानते है ,लहसुन के गुण :-  garlic  1. हिस्टीरिया :  लहसुन को पीसकर रोगी को सुंघाने से बेहोशी दूर होती है | 2. कान का दर्द :  लहसुन को सरसों के तेल में पकाकर छान लेंं और उसकी दो तीन बूंदे कान में डालने से कान                             का दर्द ठीक हो जाता है | 3. अरुचि :   खट्टी डकारें और पेट में मरोड़ होने पर लहसुन, अदरक, धनिया, शक्कर और सेंधा नमक पीसकर चटनी बनाएं और भोजन के साथ इस्तेमाल करें खट्टी डकारें आना बंद हो जाएंगी | 4. कंठमाला :  लहसुन को सिल बट्टे पर अच्छी तरह पीसकर बारीक सूती कपड़े पर लगाकर पट्टी बाँधिए | कंठमाला की गांठे ठीक हो जाएंगी | 5. काली खांसी :  10 दाने लहसुन के लेकर दूध में पका लें और दोनों वक्त रोगी को पिलाएं | काली खांसी में शीघ्र ही आराम मिलेगा | 6. लकवा :  पहले दिन लहसुन की एक साबुत कली निगल जाएं दूसरे दिन दो कली इस तरह एक एक कली बढ़ाते जाएं 40 दिन तक दवा प्रयोग में लाएं लकवा ठीक हो जाएगा | 7.  हैजा :  यदि किसी को हैजा हो ग

14 Amazing Health Benefits of Pomegranate Eating

एक अनार सौ बीमार : दोस्तों यह एक प्राचीन कहावत है | कि" एक अनार सौ बीमार " इस कहावत से ही यह अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है | कि अनार हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है |  pomegranate health Benefits वैसे कंधारी अनार को सबसे अधिक गुणवान और श्रेष्ठ माना जाता है | जहांं तक स्वास्थ का सम्बन्ध है , तो अनार का रस ,अनार का शर्बत हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी सिध्द हुए है | 1.सौंदर्य बढ़ाने में अनार का महत्व : यदि आप अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए केमिकल रहित क्रीम पाउडर अथवा अन्य श्रृंगार सामग्री उपयोग करते हैं | तो इसके बजाय आप अनार के छिलकों को सुखाकर बारीक पीसकर उसका पाउडर बना लें, और उसे गुलाब जल में मिलाकर उसको अपने चेहरे पर और पूरे शरीर पर उबटन की भांति मलेंं तो  शरीर के सारे चर्म रोग जाते रहेंगे चेहरे से दाग धब्बे समय से पूर्व पढ़ने वाली झाइयां भी गायब हो जाएंगे और चांद की भांति मुस्कुराता चेहरा नज़र आएगा | 2.पेट के रोगों में अनार के फायदे : बढ़ते हुए पेट ( मोटापे ) से हर आदमी  चिंतित है | परंतु जब अनार हैं, तो ऐसी चिंता की जरूरत ही क्यों ? याद रखें हमारे शरीर में पेट

how to stop loose motion

दस्तों के लिए सरल घरेलू उपचार :  दस्त एवं पेचिश सच में बहुत बड़ी समस्या है | यदि सही समय पर इलाज ना किया जाए तो जानलेवा भी साबित हो सकते है  अतः विशेष रूप से सावधानी रखे और कुछ घरेलु नुस्खे है इन्हें अवश्य आजमाएंं |  Loos motion दस्त लगने पर सौंंफ को देसी घी में भुनकर पीस कर उसमे थोड़ी शक्कर मिला ले | इस चूर्ण को सुबह - शाम खाये दस्त बंद हो जायेंगे | एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंंफ डालकर 15 मिनट तक उबाले | अब उसे ठंडा होने दे हल्का गुनगुना होने पर इसमें काला नमक डालकर पिये ऐसा तीन से चार बार करने पर दस्त बंद हो जाते है | अनार के पत्तो के रस में शक्कर मिलाकर पीने से दस्त बंद हो जाते है | एक गिलास नारियल पानी ले उसमे एक चम्मच पिसा हुआ जीरा मिलाकर पी ले ऐसा करने से दस्त बंद हो जाते है | एक गिलास ठंडे पानी में नींबू का रस और काली मिर्च  मिलकर पीने से दस्त बंद हो जाते है | ऐसा दिन में तीन से चार बार करे | दही के साथ चावल खाने से भी दस्तो में आराम मिलता है | पके हुए बेल का गूदा दही के साथ खाने से भी दस्तो में आराम मिलता है |    दोस्तों यह सभी सरल और देसी नुस्खे है | इन्हें उपयोग करने से कोई भ

Eat carrots, make health

गाजर : गाजर में पोषक तत्व सबसेअधिक मात्रा में पाए जाते है | गाजर का रस तो हमारे शरीर के लिए अमृत समान है इसमें सबसे अधिक शक्ति होती है ,परन्तु इसके साथ मीठा कभी नहीं खाना चाहिए ,शुगर रोगियों के लिए गाजर खाना नुकसानदेह है इसलिए शुगर रोगियों को गाजर नहीं खानी चाहिए |  गाजर में है आरोग्य शक्ति : लगातार अधिक परिश्रम करने से हमारे शरीर में कमजोरी आ जाती है यह सब विटामिन की कमी के कारण होता है ,और गाजर में सर्वाधिक विटामिन पाए जाते है | दिन में एक से दो गिलास गाजर का रस अवश्य पिएंं |गाजर का रस पीना बहुत ही स्वास्थ्य वर्धक है , गाजर के रस का एक गिलास पूर्ण भोजन का काम करता है |गाजर के रस को जो लोग निरंतर पीते है उनके शरीर से दूषित और विषैैले पदार्थ बहार निकल जाते है जिसके कारण बड़े से बड़े असाधारण कैंसर जैसे रोग भी ठिक हो जाते है |   स्मरण शक्ति बढ़ाती है गाजर : जो लोग मंदबुद्धि हो अथवा जिनकी बुद्धि कमजोर हो और स्मरण शक्ति कम हो गई हो, उन्हें चाहिए कि वह सात बादाम खा कर एक गिलास गाजर का जूस पिएंं ऐसा करने से बुद्धि का विकास होगा और दिमागी कमजोरी दूर होगी | जिन माताओं का दूध ना आता हो : जिन महिला

wonderful health benefits of spinach

पालक और हमारा स्वास्थ : हरी सब्जियों में पालक की अपनी विशेषता है | इसका कारण यह भी हो सकता है कि इसमें विटामिन सी (Vitamin-c) भरपूर मात्रा में पाया जाता है | दूसरा कारण यह भी हो सकता है कि यह बहुत जल्द हजम हो जाता है |  वैसे तो पालक में विटामिन ए,बी,सी तीनों ही पाए जाते हैं जिनसे हमारे शरीर को लोहा और कैल्शियम जैसे अनेक पदार्थ मिलते हैं जिनके सहारे हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते है |  Spinach and Spinach Juice हमारा शरीर और पाचन शक्ति :   हमारे शरीर के अंदर पेट पाचन शक्ति का सबसे बड़ा केंद्र है, और उससे भी बड़ा केंद्र है हमारी आतें  जो सारा पाचन कार्य चलाती हैं , क्योंकि यह दिन रात चलती हैं और अपना कार्य उस समय तक चालू रखती हैं, जब तक मानव जीवन चलता है |  परंतु आज हम लोग यह सब नहीं सोचते हमें इन बातों को सोचने का समय कहां है, हम तो यह भी नहीं जानते कि प्रकृति ने हमें जो जीवन दिया है, उसका तो कुछ भी मूल्य नहीं लिया यह सब कुछ जल ,वायु,अन्न जो इस धरती माँ से मिलता है , यह सब ईश्वर की ही देन है | और इसी अन्न को हम जीवन रक्षक मानते है |    जिससे हमारा पेट पाचन शक्ति से हमारे शरीर के अंदर रक

get rid of the problem of cold heat in dentine

दांतों में ठंडा-गर्म लगने की समस्या को दूर करेंगे यह देसी और असरदार नुस्खे :  Tooth Problems  दांतों में ठंडा-गर्म लगना आज एक आम समस्या बन चुकी है | बच्चे,जवान,बुजुर्ग  सबके साथ यह समस्या एक आम बात है यह समस्या हर पांच में से तीन लोगो में देखी जा रही है |  इस बीमारी के मुख्य कारण है,  दांतों में कीड़ा लगना ,कैविटी का होना या दांतों की इनेमल परत का घिसना  दांतों के ऊपर इनेमल परत होती है जो कठोर आहार ,या ठंडे-गर्म खान पान से हमारे दांतों की  सुरक्षा करती है दांतों की अच्छी तरह सफाई ना करना भी इस समस्या का मुख्य कारण हो सकता है | इस समस्या से राहत पाने के लिए कुछ नुस्खे हम बता रहे है उन्हें अपनाने से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते है | एक चम्मच सरसों के तेल में एक छोटी चम्मच सेंधा नमक मिलाकर इससे दांतों और मसुडोंं पर धीरे-धीरे मसाज करे और पांच मिनट बाद कुल्ला कर ले |   एक गिलास हल्के गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर रात को सोने से पहले इस पानी से कुल्ला करे  आपका  टूथब्रश साॅॅफ्ट होना चाहिय हार्ड टूथब्रश से दांतों में जल्दी समस्या आती है ,दांतों के बीच  गैप हो जाता है इस गैप की वजह से हम

7 amazing home remedies for throat diseases

गले के रोग और उनके देसी उपचार  गले के रोग अक्सर गलत खान-पान की वजह से होते है | सर्दियों में तो मौसम की वजह से गले में रोग होते है | लेकिन गर्मियों में हम खुद रोगों को दावत देते है | गर्मियों में हर किसी को ठंडा ही ठंडा चाहिए ज्यादा ठंडा खाने से गले में खराश हो जाती है | कभी-कभी तो परेशानी ज्यादा हो जाती है | गले में दर्द भी हो जाता है |  अगर आपको भी कुछ ऐसी समस्या है | तो कुछ देसी नुस्खे है जो आपको इन परेशानियों से छुटकारा दिलाने में कारगर सिद्ध होंगे |  throat diseases अगर गले में दर्द ,सूजन , या जलन है तो मुलहठी को मुहंं में डालकर चूसने से जल्दी राहत मिलती है |मुलहठी गले के लिए अत्यंत उपयोगी है | गुनगुने पानी में सिरका मिलाकर गरारे करने से गले के दर्द में जल्दी आराम मिलता है | गले के रोगों में जामुन की छाल के सत को पानी में घोलकर गरारे करने से जल्दी राहत मिलती है | अगर गले में सुजन है तो हरे धनिये को पीसकर उसमे गुलाबजल मिलाकर गले पर लेप करे | एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवायन डालकर उबाले जब पानी आधा रह जाए इसे हल्का गुनगुना करके इससे गरारे करे इससे गले की सुजन , दर्द आदि में आराम मि

abdominal diseases and treatments

      उदर के रोग और उपचार :   उदर के रोग मे सबसे बड़ी समस्या है की पेट खाली होने के बावजूद भूख न लगना और अगर भूख नहीं लगेगी तो शरीर मे कमजोरी आएगी जब  कमजोरी आएगी तो और बीमारिया साथ लाएगी इसलिए उदर के रोग का उपचार अति आवश्यक है |   abdominal भोज़न करने से पहले आधा गिलास अनन्नास का रस पीने से भूख लगने लगती है | अदरक भोज़न मे स्वाद तो लाता ही है साथ ही  उपापचय (metabolism) को ठीक रखता है 10 ग्राम अदरक को बारीक काट कर उसमे काला नमक मिला कर भोज़न करने से पहले सेवन करने से भूख तो बढती ही है साथ ही पेट की गैस भी साफ़ हो जाती है | केवड़े के फूल को आधा घंटे के लिए एक गिलास पानी में डाल दे फिर उस पानी को पी ले ऐसा करने से आपको भूख भी लगेगी और शरीर की सारी गर्मी निकल जायेगी और शरीर मे तरावट आ जायेगी | अनार का सेवन करते रहने से भूख बढती है | प्रतिदिन सुबह नींबू का रस एक गिलास पानी में डालकर पीने से भूख बढती है | दो छुआरो को एक गिलास दूध मे उबाले फिर उस दूध को छान कर पीने से भूख बढती है और खाना भी पच जाता है | जीरा,सोंठ,अजवायन,छोटी पीपल ,और काली मिर्च समान मात्रा में ले ले उसमे थोड़ी सी भुनी हींग मिला ल

The best ways to reduce obesity

 best tips for Reducing Obesity अगर आप भी वजन घटाने के लिए तरह-तरह के उपाय एवं दवाइयां खाकर या अपने आहार में परिवर्तन करके थक चुके हैं और अपनी पुरानी फिटनेस दोबारा हासिल करने के लिए जांचे परखे नुस्खों की तलाश कर रहे हैं , तो हम जो बता रहे हैं  उन्हें अपनाएं और फर्क देखें | हम बता रहे हैं आपको 10 ऐसी टिप्स जो आपका वजन कम करने में आश्चर्यजनक रूप से फायदा पहुंचाएंगी |  ज्यादा से ज्यादा घर पर बना खाना ही खाएं  : हम आपको घर पर बना खाना खाने के लिए इसलिए कह रहे हैं ताकि जितना संभव हो सके उतना आप बाहर का खाना खाने से बचे रहे क्योंकी अधिकांश रेस्तरां और फास्टफूड केंद्र "फ्रोजेन" सब्जियों और मांस का उपयोग करते हैं | और वहां परोसे जाने वाले भोजन में आमतौर पर बसा और नमक की मात्रा अधिक होती है | इसके अलावा वह भोजन आपके सामने तैयार नहीं होता है इसलिए उसकी शुद्धता एवं गुणवत्ता के बारे में आप अनभिज्ञ रहते हैं | वहीं घर पर बना खाना ना केवल एक स्वस्थ और स्वच्छ विकल्प है बल्कि यह आपके पैसे बचाने में भी मदद करता है |  family eating  सुबह का नाश्ता जम कर करे : सुबह का नाश्ता बहुत ही महत्वपूर्ण ह

home made remedies for hemorrhoids

                                 बवासीर  (Hemorrhoids) बवासीर के रोगियों के लिए देसी औषधियो मे रामबाण नुस्खे है इन्हें अपनाने के बाद अतिरिक्त आहार पर भी ध्यान दे |  hemorrhoids disease 1. मस्से ज्यादा परेशान कर रहे हो तो 20 ग्राम मक्खन दूध की मलाई के साथ 10 ग्राम फिटकरी में मिलाए फिर            इसका मस्सो पर लेप करने से बवासीर में आराम मिलता है | 2. सूखे आंवले का चूर्ण  6 ग्राम की मात्रा में सुबह शाम दूध के साथ लेने से बवासीर में लाभ मिलता है | 3. खुनी बवासीर के लिए -गेंदा के हरे पत्ते 10 ग्राम  5 दाने काली मिर्च ,कुंजा मिश्री 10 ग्राम 60 ग्राम पानी में अच्छी        तरह मिलाए फिर इसे छान ले 4 दिन तक दिन मे एक बार पिये गर्म चीज न खाए और कब्ज न होने दे बवासीर         में  जल्द ही लाभ मिलेगा | 4. खुनी बवासीर में फिटकरी को पानी मे घोल ले फिर इस पानी का गुदा पे छिडकाव करे शीघ्र आराम मिलेगा            इसके आलावा दही में फिटकरी का चूर्ण मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से बवासीर में लाभ मिलता है | 5. सतगिलोय को मक्खन में मिलाकर खाने से बवासीर में शीघ्र आराम मिलता है |

best home remedies for gonorrhea disease

सूजाक रोग क्या है :   सूजाक रोग एक संंक्रामक और बहुत कष्टकारी रोग है | यह रोग स्त्री- पुरुष दोनों को हो सकता है |सूजाक रोग ओरल सैक्स और संंक्रमण के कारण होता है | इसका इलाज़ देसी एवं घरेलु दवाइयों से संभव है | जो फल-सब्जी और अन्य रूप में हमारे आस-पास उपलब्ध है |   home remedies for gonorrhea disease                                                                                   तरबूज से सूजाक का इलाज़ :  watermelon एक तरबूज लें और उसे इस तरह से काटें कि वह फिर से ढंंका जा सके कटे हुए भाग में 100 ग्राम   कलमी शोरा, 50 ग्राम मिश्री मिलाकर ढंंक दें दूसरे दिन तरबूज के रस को बारीक कपड़े से छान लें और सुजाक के मरीज को पिलाएं | कम से कम 15 दिन तक यह दवा पिलायें | सुजाक से जल्द ही आराम मिलेगा | गन्ने से सूजाक का इलाज़ :  Sugarcane आधा गिलास गन्ने के रस में आधा गिलास आंवले का रस मिलाकर पीने से सूजाक रोग जल्दी ठीक होता है | केले से सूजाक रोग का इलाज़ :  Banana flowers 10 ग्राम केले के फूल को छाया में सुखाकर पीसकर चूर्ण बनाएं फिर 10 ग्राम चूर्ण में 10 ग्राम कलमी शोरा डेढ़ लीटर पानी में मिलाकर मिट्

7 superficial home remedies for jaundice

पीलिया रोग और उपचार    : पीलिया रोग में व्यक्ति के शरीर पर पीलापन छा जाता है और शरीर बेहद कमजोर हो जाता है घरेलु नुस्खो का प्रयोग पीलिया रोग में बेहद लाभकारी है |   herb for jaundice नुस्ख़े :   बिना मिर्च मसाले वाली  कच्चे पपीते की सब्जी खाने से और पका पपीता खाने से पीलिया रोग समाप्त होता है | गाजर का रस पीने से पीलिया रोग जड़ से मिट जाता है गाजर पीलिया रोग की प्राकृतिक औषधि है | गन्ने के रस में थोडा सा अदरक का रस मिलाकर पीना पीलिया रोग में लाभकारी है दिन में दो बार अवश्य पिये | पुनर्नवा की जड़ और पांच तुलसी के पत्ते दोनों को पीसकर 50 ग्राम पानी में मिलाकर पीने से पीलिया रोग शांत हो जाता है | पीलिया के रोग में तरबूज़ का सेवन बहुत लाभकारी है क्योकि तरबूज खून को बढाता है और खून को साफ़ करता है त्वचा रोगों में भी तरबूज बहुत लाभकारी है | नीम की पत्तियों का एक चम्मच रस और एक चम्मच शहद दोनों को मिलाकर प्रातः काल सेवन करने से पीलिया रोग जड़ से चला जाता है | एक चम्मच मूली के पत्तो का रस ले उसमे 10 ग्राम मिश्री मिला ले सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पीलिया रोग जड़ से समाप्त हो जायेगा ,किन्तु दो माह

Urinary disorder and their treatment

मूत्रविकार  (Urinary disorder) और उनके उपचार  मूत्रविकार एक ऐसा रोग है जो महिला ,पुरुष ,बच्चे ,बुजुर्ग सभी को हो सकता है  यदि बहुमूत्र की शिकायत हो या मूत्र खुलकर न आता हो ,जलन होती हो या बच्चे बिस्तर मे ही मूत्र कर देते है उन सभी के लिए देसी नुस्खे है आप उन्हें अवश्य परखे |  Urinary System बार-बार पेशाब आने पर 50 ग्राम भुने चने खाने के बाद थोडा गुड खाये ऐसा दो हफ्ते लगातार करने से बहुमूत्र की शिकायत दूर होगी बुजुर्गो को इसका सेवन ज्यादा दिन तक करना चाहिये ऐसा करने से पाचन शक्ति ठीक होती है | गुड और तिल से बना हुआ लड्डू खाने से बहुमूत्र की शिकायत कम होती है सर्दियों में इसका सेवन बहुत उपयोगी है | पेशाब यदि बार-बार और अधिक मात्रा मे आए तो भोजन के बाद दो केले खाने से यह समस्या दूर होती है अंगूर खाने से भी इस रोग मे लाभ होता है | यदि बच्चा सोते समय पेशाब करता है तो उसके मसाने कमजोर हो जाते है इसके लिए एक छुआरा धोकर अच्छे कपडे से साफ़ कर एक गिलास दूध में उबाले उस दूध को ठंडा करके बच्चे को पिला दे ऐसा एक हफ्ता लगातार करने से बच्चा सोते समय पेशाब नहीं करेगा | पेशाब बंद होने पर या रुक-रुक कर आ

home remedies for malaria disease

मलेरिया : अगर आप भी मलेरिया से पीड़ित है और डॉक्टर की दवाई से भी कोई लाभ नहीं है तो यह देसी नुस्खे अवश्य ही लाभ पहुचाएंगे |  mosquitoes एक चम्मच सादा नमक ले उसे तवे पर हल्का भूरा होने तक गरम करे अब यह नमक गुनगुने पानी के साथ रोगी को खिला दे ऐसा दिन में तीन बार करने से रोगी स्वस्थ हो जायेगा | 5 ग्राम गुड और 2 ग्राम कपूर मिलाकर 12 गोली बनाए दिन में तीन बार 1 से 2 गोली लेने से मलेरिया ठीक हो जाता है | एक चम्मच सादा नमक ले उसे तवे पर हल्का भूरा होने तक गरम करे, अब आधा नींबू ले उसे हल्का गरम करे फिर उस पर भुना हुआ नमक भुरक ले अब रोगी को उसे चटाये मलेरिया ज्वर में जल्दी ही आराम मिलेगा | मलेरिया होने पर एक नींबू को लोहे के बर्तन में 1 लीटर पानी में डाल कर पकायें  जब पानी आधा रह जाए तब उस पानी को गुनगुना कर रोगी को पिलाने से आराम मिलता है | तुलसी के पत्ते और काली मिर्च को पीसकर चने के बराबर गोली बना ले सुबह शाम एक एक गोली ले मलेरिया में अतिशीघ्र आराम मिलेगा |

home remedies for beauty

अब करेला भी करेगा आपकी त्वचा की देखभाल : दोस्तों हर कोई सुन्दर और स्वस्थ रहना चाहता है | नारी हो या पुरुष सब यही चाहते है की हम सुन्दर और स्वस्थ रहे | लेकिन सुन्दर और स्वस्थ रहने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना पड़ता है | आज हम आपको करेले के गुणों के बारे में बता रहे है | करेला स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक है | " परन्तु करेले की पत्तियों से हम कैसे अपनी त्वचा की देखभाल करे ?"    bitter gourd अपने चेहरे की खोई हुई सुन्दरता और चमक पाने के लिए अब आपको ज्यादा मेहनत करने की जरुरत नहीं है | क्योकि आज हम आपको करेले के ऐसे गुणों के बारे में बताने जा रहे है | जिन्हें प्रयोग करके आप अपने चेहरे की खोई हुई सुन्दरता ,चमक दोबारा पा सकते है | और पिंपल्स के दाग भी मिटा सकते है |  अपने चेहरे की खोई हुई सुन्दरता पाने के लिए आपको नियमित रूप से करेले का सेवन करना होगा |  अपने खाने में करेले को जरुर शामिल करे | प्रतिदिन करेले के सेवन से खून साफ़ होता है | जिससे आपके चेहरे में पिंपल्स की समस्या नहीं होती करेले में भरपूर मात्रा में विटामिन मौजूद होता है |  इसके अलावा इसमें एंटीआँँक्सीडेंट्स  मौजूद

best home made remedies for skin diseases

चर्म रोग (Skin disease)   चर्म रोग एक ऐसा रोग है जो अक्सर हमारे शरीर पर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है इस रोग की वजह से कई बार हमारे मन मे हीनता की भावना आ जाती है और कई बार हमें अपमानित भी होना पड़ता है हमारे द्वारा बताये गए देसी नुस्खे इस रोग में बहुत लाभकारी साबित होंगे | 5 ग्राम हरड़ का चूर्ण भोजन के 10 मिनट उपरान्त लेने से चर्म रोग नहीं रहता चर्म रोग में हरड़ बहुत उपयोगी है इसका सेवन करने से कैसा भी चर्म रोग हो वह नष्ट हो जाता है |  त्वचा की खुश्की एवं छूत के रोगों के लिए हल्दी के तेल से मालिश करना लाभदायक होता है | चर्म रोग में हल्दी की गाँठ से छाजन वाली जगह रगड़कर ऊपर से पीसी हल्दी का गाढ़ा - गाढ़ा लेप कर दे लाभ मिलने तक प्रयोग करे |  खाज ,खुजली ,छाजन ,कुष्ठ रोग में लहसुन को पानी के साथ पीसकर लगाने से शीघ्र आराम मिलता है 500 ग्राम लहसुन के रस में 100 मिली स्प्रिट डालकर रखे इसे रोग वाली जगह रुई की फुरेरी से लगाए जल्द ही लाभ होगा | आधा चम्मच गन्ने का सिरका और डेढ चम्मच शहद दोनों को मिलाकर चर्म रोग वाली जगह लगाने से सभी प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते है |

how to make healthy herbal tea

Herbal Tea :  herbal tea इस मशीनी युग में हमारा शरीर भी मशीनों के ऊपर आश्रित हो गया है | हम अपने सारे काम मशीनों के द्वारा ही करते है | जिस वजह से हमारे  शरीर पर मोटापा बढता ही जा रहा है | green tea मोटापे के लिए एक अच्छा विकल्प है | लेकिन इसे पिने का तरीका भी अलग हो |आप जब भी green tea पीयें चाहे वह कोई भी green tea हो | बस उसमे दो बूंद निम्बू  का  रस और एक चम्मच शहद जरूर मिला ले फिर चमत्कार देखे | थोडा व्यायाम अवश्य करे |  मशीन जब तक चलेगी उसमे  जंग नहीं लगेगी | इसी तरह हम जब तक परिश्रम करेंगे स्वस्थ रहेंगे 

How to be careful in pregnancy

गर्भावस्था में कैसे रहे सावधान : जब माता-पिता अस्वस्थ होते हैं, तब संतान भी रोगी होती है | और जब माता-पिता स्वस्थ होते हैं, तब संतान भी निरोगी होती है |  जैसे माता-पिता वैसे ही संतान जैसी भूमि वैसे ही उपज जैसा बीज वैसा ही फल उत्तम संतान के लिए उत्तम माता-पिता होना भी जरूरी है | इसलिए माता-पिता का आहार-विहार शुद्ध और साफ होना जरूरी है संतान में यदि अवगुण होंगे तो वे माता-पिता को भी चुभेंगे , फिर वह सब के जीवन को चिंता से भर देंगे इसलिए माता-पिता का परम कर्तव्य है | कि संतान का शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक संरक्षण और पोषण करके आदर्श माता पिता बनेंं | जब पति पत्नी का स्नेह व प्रेम से शारीरिक संबंध होता है तब उत्तम आत्मा उस घर में आती हैं | जब वे आपस में प्रेम से संबंधों में बनते हैं | तो उनका आपस में शरीर के साथ मानसिक और आध्यात्मिक संबंध भी होता है | उस समय सृष्टि में ब्रह्मांड में शुभ लक्षण होते हैं |  यह नौ महीने स्त्री के लिए तपस्या के दिन होते हैं | अतः सदेव प्रसन्न रहें ज्यादा इच्छा, वासना ना रखें संतो के दर्शन करें अच्छा प्रेरणादायक साहित्य पढ़े |   गर्भावस्था में स्वस्थ रहने

easy home remedies for heart disease

ह्रदय रोग : ह्रदय रोग एक ऐसा कष्टकारी रोग है यह जब किसी के जीवन में  प्रवेश करता है | तो उसका जीवन बड़ा ही कष्टकारी हो जाता है |  heart disease   ह्रदय रोग से बचाव के कुछ उपाय : सेब का मुरब्बा सुबह खाली पेट लेने से ह्रदय स्वस्थ रहता है | सुखा अदरक (सोठ ) का चूर्ण शहद में मिलाकर खाने से ह्रदय शक्तिशाली हो जाता है |  उक्त रक्तचाप वाले व्यक्तियों को तरबूज के रस में सेंधा नमक व् काली मिर्च मिलाकर लेना लाभप्रद       होता है | रात को गाजर भुनकर छिलकर खुले में रख दे ,सुबह इसमें  शक्कर और गुलाब जल मिलाकर खाली पेट    खाने से ह्रदय की धड़कन  समान्य हो जाएगी  |   पांच  ग्राम मेथीदाना पीस ले और इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करे  इससे दिल का दर्द जलन और घबराहट दूर होगी |   सर्पगंधा, आंवला, गिलोय, अर्जुन वृक्ष की छाल, पुनर्नवा और असगंध बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर पानी के साथ दिन में दो बार खाने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड) प्रेशर सामान्य हो जाता है | गर्मी के दिनों में कुछ लोगों को घबराहट और बेचैनी महसूस होती है | उस दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है, ऐसे में गुलाब के पुष्पों को प्रातः काल धोकर च

Ayurvedic treatment of asthma disease

दमा  (asthma)  दमा के रोगियों के लिए देसी जड़ी बूटियों में एसी कई रामबाण औषधियाँ  है जिनकी सही जानकारी एवं उपाय दमा को जड़ से समाप्त का सकते है |  Asthmatic patient  परहेज : दमा के रोगी दूध ,घी ,मख्खन ,तेल, खटाई,तेज मिर्च ,और मसालों , सिगरेट,बीडी  का परहेज करे | मख्खन निकला हुआ मठ्ठा सब्जियों के सूप आदि पिये |   10 ग्राम फूली हुई फिटकरी  10 ग्राम मिश्री को पीस कर रख ले . 1 ग्राम चूर्ण  दिन में दो बार पानी के साथ लेने से अस्थमा में आराम मिलता है | दमे के रोगियों के लिए शहद ,प्याज ,लहसुन ,तुलसी की चाय और गुड अमृत समान है  दालचीनी मुह मे रखकर चूसने से बहुत आराम मिलता है | सर्दी के मौसम मे तिल -गुड के लड्डू या गजक का सेवन करते रहने से दमा ,खांसी ,जुकाम आदि रोगों मे बहुत आराम मिलता है इनका सेवन वैसे भी रोग -प्रतिरोधक शक्ति बढाने मे बहुत ही सहायक होता है | अगर सांस फूलती है या  हल्की दमे की शिकायत है तो पीपल ,कालीमिर्च ,सोंठ व् चीनी को समान मात्रा मे पीसकर दिन मे तीन से चार टाइम मुह में रख कर चुसना चाहिये या शहद मिलाकर खा लेना चाहिए | फूली हुई फिटकरी रत्ती भर मुह में रख कर चूसने से कफ नहीं बनत