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मार्च, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

best Homey tips to stop anger

                      क्या आपको गुस्सा अधिक आता है ? अधिक क्रोध और घ्रणा मनुष्य के असली दुश्मन  है | क्रोध बहुत ही हानिकारक एवं घातक है  यदि इसका उपचार सही समय पर ना किया जाए तो इसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं | इस क्रोध के कारण ना जाने कितने ही परिवार बर्बाद हो जाते हैं | अतः हमें क्रोध पर काबू पाना चाहिए |  Angry women जब व्यक्ति अधिक क्रोधित होता है तो वह काँपता रहता है | तो उसके खून के स्वेत  कण  तेजी से नाश होते हैं |  जब आप किसी बात पर अथवा किसी व्यक्ति से ज्यादा जायज और नाजायज नाराज होकर आधा घंटा अगर क्रोधी रहते हैं तो लगभग 35 से 40 मिलीग्राम खून ज़हर में बदल जाता है | और जब खून दूषित हो जाता है | तो परिणाम स्वरूप आप बीमार होने लगते हैं और कई बीमारियों की शुरुआत हो जाती है |  उसमें मुख्य हैं :- पित्ताशय की पथरी व गुर्दे की पथरी इसका इलाज ऑपरेशन ही है क्रोध से प्राणशक्ति बहुत खर्च होती है और इन से शरीर में क्षोभ होने पर प्राणादि    वायु अपने समभाव  को छोड़कर उल्टे सीधे मार्ग में गति करने लगते हैं |  इससे शरीर का रस सूख जाता है | और व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर, कमजोर याददाश्त और हृदय के

How to overcome obesity with yoga

योग के द्वारा मोटापे को करे कम :  चक्रासन :  इस आसन में शरीर की स्थिति चक्र जैसी बनती है अतः इसे चक्रासन कहते हैं ध्यान मणिपुर चक्र में श्वास दीर्घ , गहरे एवं स्वाभाविक |  yoga  चक्रासन  योग करने की विधि : भूमि पर बिछी हुए आसन पर पीठ के बल लेट जाएं |  घुटनों को मोड़ ले एवं दोनों हाथों और पैरों में एक से डेढ़ फीट का अंतर रखें | घुटनों से पैर मोड़कर पूरे धड़ को दूसरी तरफ हाथ का सहारा लेते हुए , हाथों और पैरों को सीधा करते हुए सिर और शरीर को पूरी गोलाई लेते हुए ऊपर उठाएं | पैर के तलवे जमीन से लगे रहे | हाथ को धीरे-धीरे पैर की ओर ले जाकर सम्पूर्ण शरीर का आकार चक्र जैसा बनाएंं | इस समय घुटने समकोण की स्थिति में रहेंगे | श्वास की गति स्वाभाविक चलने दे | या रोक कर भी रख सकते है | चित्तवृति मणिपुर चक्र ( नाभि केंद्र )  में स्थिर करे | इस क्रिया में एक से पांच मिनट तक रुकने का अभ्यास करे |  थोड़े दिनों के अभ्यास से आप हाथ और पैरो को आपस में मिला भी सकते है | चक्रासन के लाभ : चक्रासन करने से मेरुदंड तथा शरीर की सभी नाड़ियों  एवं ग्रंथियों की शुद्धिकरण कर के योगिक चक्र जागृत हो जाते हैं |  मस्तिष्क ,ग

how to control high blood pressure from lemon

कैसे करे कंट्रोल नींबू से उच्च रक्त चाप ? ( High blood pressure ) :  हृदय की कमजोरी दूर करने के लिए नींबू में विशेष गुण होते हैं | इसके निरंतर प्रयोग से रक्त वाहिनियों में लचक और कोमलता आ जाती है | और इनकी कठोरता दूर हो जाती है | इसलिए उच्च रक्तचाप (high blood pressure )  जैसे रोग को दूर करने में नीबू बहुत उपयोगी है | इसके उपयोग से बुढ़ापे तक हृदय शक्तिशाली बना रहता है एवं  दिल का दौरा (heart attack) का भय नहीं रहता | कैसा भी  उच्च रक्तचाप (high blood pressure)  हो  पानी में नींबू निचोड़ कर दिन में तीन-चार  बार पीने से लाभ होता है | प्रातः  एक नींबू का रस गर्म पानी में मिलाकर पीना बहुत ही  स्वास्थ्यवर्धक  है |  how to control high blood pressure from lemon नींबू का रस मुख्य रूप से  पोटाशियम और साईट्रेक तथा साईटिक एसिड के कारण क्षारीय होता है | नींबू का रस शरीर में पहुंचते ही पोटाशियम साइट्रेट में खंडित हो जाता है | और साइट्रिक एसिड का रूप ले लेता है पोटाशियम साइट्रेट पेट में आर्टिरियल कैपिलरी के चारों ओर बंट जाता है , तथा भस्म होकर कार्बन डाइऑक्साइड में बदलकर फेफड़ों में होता हुआ प्रवा

Honey is boon for eyes

शहद आंखों के लिए है वरदान : शहद आंखों के रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी है | प्रतिदिन शहद का उपयोग करने से नेत्र ज्योति बढ़ती है आमतौर पर शहद का प्रयोग आंखो में डालने के लिए किया जाता है इससे आंखों में पानी आ जाता है जो की  आंखों के लिए बहुत लाभकारी होता है |  कमल का शहद दृष्टि कम होने पर एक प्रभावी इलाज है | 10 ग्राम शहद में तीन बूंद नींबू का रस 10 ग्राम गुलाब जल मिलाकर सलाई या ड्रोपर से आंखो में डाले |  मोतियाबिंद की प्रारंभिक अवस्था में विशेष रूप से एक तोला शहद में 5 से 10 बूंद प्याज का रस मिलाकर सलाई से 2 बार प्रतिदिन लगाएं | साधारण रोगों में खाली शहर का प्रयोग भी किया जा सकता है |  Eye and Honey  काला मोतियाबिंद ( Black Cataract) : काला मोतियाबिंद क्या है ?          आंखों में एक तरल पदार्थ के बढ़ने पर आंखों की मांसपेशियां पर दबाव बढ़ने से यह रोग होता है | किसी रूकावट के कारण यह तरल कोर्निया की तहों में इकट्ठा होकर जम जाता है | जिससे रेटीना पर जवाब पड़ता है और अंत में पूर्ण अंधकार छा जाता है | और ऑपरेशन ही केवल इसका इलाज रह जाता है | ऑपरेशन में एक  सुराख बनाकर पुतली से तरल पदार्थ बाह

Do you know about these qualities of coconut

क्या आप जानते है नारियल के इन गुणों के बारे में ? आजकल सभी ग्लैमरस और खूबसूरत दिखना चाहते है ,खासकर लडकियांं अपनी खूबसूरती को निखारने के लिए अपनी आँखों ,होठों ,और चेहरे का पूरा ध्यान रखती है | कुछ ऐसे ही घरेलु नुस्खे है जो आपकी सुन्दरता में चार चाँद लगा देंगे |  Benefits of Coconut सुन्दरता को निखारने में बालों का बहुत ही महत्त्व है | काले , लम्बे ,घने बाल आपकी सुन्दरता में चार चाँद लगा देते है | अगर आप भी अपने बालों को खूबसूरत बनाना चाहती है | तो हफ्ते में दो बार नारियल के तेल से अपने बालों की अच्छी तरह मालिश करे | नारियल का तेल बालोंं के लिए बहुत ही उत्तम है|  यह बालों को पोषण प्रदान करता है | और यह तेल आपके बालों की जड़ो में जाकर उन्हें लंबा , घना और मजबूत बनाता है | चेहरे को सुन्दर और ग्लोइंग स्किन पाने के लिए प्रतिदिन सुबह खाली पेट नारियल पानी पिये | नारियल पानी पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है | नारियल पानी में एंटीआँँक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाये जाते है | जो हमारे ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते है | इसे पीने से स्किन में ग्लो आता है | अगर आप ग्लोइंग स्किन पाना चाहते है तो दिन म

Why do eating grapes decrease the chance of heart attack

क्यों अंगूर खाने से दिल के दौरे की संभावना कम हो जाती है ? कितने ही वर्षो से विभन्न देशो में इरान,रोम,फ़्रांस,स्पेन,भारत आदि जगह उत्पादित फल अंगूर सोमरस से ब्रांडी तक की सफल यात्रा कर रहा है | सुरा ( शराब ) निर्माण में विशेष रूप से उपयोग में लाये जाने वाला अंगूर विख्यात स्वास्थ्य टॉनिक "द्राक्षास्रव" का प्रमुख अवयव है | अंगूर मुख्यतः दो प्रकार के होते है |  grapes  1 . हल्के हरे पीले रंग वाला अंगूर  2 . गहरे बैंगनी काले रंग वाला अंगूर  स्वाद की दृष्टि से हल्के हरे पीले रंग वाले अंगूर अधिक लोकप्रिय है | परन्तु हार्ट अटैैक से बचने के लिए बैंगनी काले रंग वाला अंगूर "एस्प्रिन" की गोली की तरह कारगार है | जिस तरह एस्प्रिन की गोली शरीर में खून के थक्के नहीं बनने देती | उसी तरह यह अंगूर भी काम करता है | एक अध्ययन के अनुसार बैंगनी अंगूर के रस में फ्लेवोनाइडस नामक तत्व पाया जाता है, जो रक्त कणिकाओं के चिपकने की शक्ति घटा देता है |  खून जमाने की प्रक्रिया की शुरुआत यहीं रक्त कणिकाएं करती हैं बैंगनी अंगूर का रस रक्त कणिकाओं के चिपकने की शक्ति को घटाकर हार्ट अटैक की संभावना को रो

How to use garlic to prevent heart attack

क्या सच में लहसुन है कारगार दिल के दौरेे के लिए  : जी हां दोस्तों कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लहसुन बड़ा प्रभावशाली है | और इस प्रकार लहसुन  ब्लड-प्रैैशर को रोकने के लिए बहुत कारगर है |  कोलेस्ट्रोल एक ऐसा चर्बीदार पदार्थ है |  जो रक्त नलीकाओं में जमा हो जाता है | इससे पहले  एथेरोस्क्लेरोसिस ( atherosclerosis)  होता है और अंत में ब्लड-प्रैैशर तथा दिल का दौरा पड़ने लगता है |  garlic लेकिन यह सत्य है कि लहसुन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम किया जा सकता है | लहसुन में गंधक का  एक यौगिक होता है इसमें मुख्यतः डांंईऐलील , डाई सल्फाइड ऐलील, प्रोपाइल और पोली सल्फाइड नामक तत्व होते हैं |  यह यौगिक रक्त को पहला बनाए रखता है और धमनियों में जमे कोलेस्ट्रोल को निकालने का काम करता है |  heart attack ब्लड-प्रैैशर बढ़ने का प्रमुख कारण धनिया में जमा होने वाला कोलेस्ट्रॉल नामक पदार्थ है|  जिसमें धमनियांं  सिकुड़कर रोग ग्रस्त हो जाती हैं | इसका परिणाम यह हो जाता है  कि धमनियों में रक्त का बहाव कम हो जाता है जिससे ब्लड-प्रैैशर बढ़ने लगता है | घी और चर्बी वाले पदार्थ कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं |  लहसुन धमनियों को

How to remove back and waist pain by yoga

भुजंगासन - सर्पासन : इस आसन में शरीर की आकृति सर्प के जैसी बनती है इसलिए इस आसन को भृजंगासन - सर्पासन कहते है |  भुजंगासन -सर्पासन    भुजंगासन - सर्पासन करने की विधि : आसन को करने से पूर्व मन को एकाग्र करे |  उसके बाद भूमि पर पेट के बल उल्टे लेट जाएं | पैरों के अंगूठे, नाभि, छाती, ललाट और हाथ की हथेलियों भूमि पर एक सीध में रखें | ललाट को जमीन से छूने दीजिए | दोनों पैरों को सिर की तरफ कान के साथ साथ सीधा व लंबा फैला लीजिए | और शरीर को ढीला कर दीजिए जिससे पेट की मांसपेशियां शिथिल हो जाएं | दोनों पैर और पंजे परस्पर मिले होने चाहिए | पैरों के अंगूठे को पीछे की ओर खींचो दोनों हथेलियों को कमर के पास ले जाकर धीरे धीरे स्वास भरते हुए सिर को और कंधों को और कमर तक जमीन से ऊपर उठाएं जिससे मेरुदंड के आखिरी भाग पर दबाव केंद्रित होगा | शरीर की स्थिति कमान की तरह बनेगी |  पूरे शरीर के वजन को हाथ के पंजोंं  पर डाल दें |  इसमें कोहनी थोड़ी सी मुड़ी रहती है | नाभी भूमि से लगी रहनी चाहिए | सिर को जितना हो ऊपर की तरफ ले जाएं और दृष्टि को आकाश की तरफ स्थिर करें |  20 सेकंड तक ऐसी ही  स्थिति में रहना है |  ब

How to control blood pressure through yoga

रक्तचाप ( blood pressure ) नियंत्रण करने के लिए करे प्राणायाम  :- श्वा स -प्रश्वास क्रियाओंं का नाम ही प्राणायाम है | प्राणायाम के तीन प्रमुख अंग माने गए हैं | यह तीन अंग है, पूरक, कुंभक और रेचक वास्तव में प्राणायाम की  3 क्रियाएं हैं बाहर से भीतर की ओर स्वास खींचने को पूरक कहा जाता है उस श्वास को  निर्धारित समय तक रोके रखने की क्रिया को कुंभक कहते हैं और अंदर खींचते हुए श्वास को बाहर फेंकने की क्रिया को रेचक कहा जाता है |  कुछ योग शिक्षकों का कहना है  कि "तीनों क्रियाओं में समान समय लगना चाहिए" किंतु कुछ लोगों की मान्यता है कि "सांस लेने और सांस छोड़ने की क्रिया में समान समय लगे और श्वास रोकने की क्रिया में उससे दुगना समय लगना चाहिए अर्थात पूरक और रेचक में यदि 20 सेकंड लगे हो तो कुंभक में 40 सेकंड लगने चाहिए |   yoga  प्राचीन ऋषि मुनि और हमारे धर्म ग्रंथो की माने तो प्रत्येक जिव की सांसे निर्धारित है | यदि कोई जिव अपनी सांसो को अव्यवस्थित रूप से व्यय करता है  तो वह जल्दी ही अपनी जीवन शक्ति गवांं कर मृत्यु को प्राप्त कर लेता है यदि वह प्राणायाम के द्वारा अपनी सांसो को नि

Honey for beautiful skin

सुन्दरता के लिए शहद का प्रयोग :- शहद का सेवन करने से चेहरे का रंग निखर जाता है क्योंकि शहद का निर्माण ही गुलाब और फूलों के रस से होता है इसलिए उत्तम कोटि के साबुन ( Toilet Soap )में शहद डाला जाता है जिससे त्वचा की कोमलता और सुन्दरता में कमी ना रहे | हमेशा शुद्ध शहद ही उपयोग करे नकली एवं बनावटी शहद का प्रयोग घातक सिद्ध हो सकता है | शहद की शुद्धता की पहचान के लिए आप हमारा यह लेख पड़ सकते है | ( असली शहद की पहचान कैसे करे )  healthy honey with lemon 1 . चहरे को साफ़ पानी से धोएं और उसके बाद शुद्ध शहद का अपने चहरे पर लेप करे |  एक घंटे बाद साफ़ पानी से अपना चेहरा धो ले | आप अपने चेहरे पर एक नई चमक देखेंगे झुर्रिया ,मुहांसे और शिथिलता का निशान भी नहीं रहेगा | 2 . एक चम्मच शहद में आधे नींबू का रस मिलाकर खाना खाने से पहले चेहरे पर लगायें खाना खाने के बाद चेहरे को हल्के गरम पानी या बेसन लगाकर साफ़ करे आपके चेहरे पर जो बाल है वह भी साफ़ हो जायेंगे और एक नया ही नखार आ जायेगा | 3 . एक चम्मच शहद लेकर ऊँगली से निचे से ऊपर की ओर अपने चेहरे ,कान ,गर्दन पर लगाइए | ऐसा करने से आपके चेहरे पर खिचाव सा बना रहे

How to identify pure honey

 आयुर्वेद में शहद के लाभों का उल्लेख कुछ इस प्रकार किया गया है :- शहद सुकुमारता करने वाला स्त्रोत्रोंं को शुद्ध करने वाला ,कसैले रस सहित ,आहलाद कारक ,प्रसाद्जनक ,वर्ण को उज्वल करने वाला बुद्धिकारक ,वृष्य विषद ,रुचिकारक ,कोढ़ ,बवासीर ,खांसी ,कफ़ ,पित्त ,रक्त विकार ,प्रमेह ,ग्लानी कृमी और भेद ,वृषा ,वमन ,श्रवास ,हिचकी ,अतिसार ,मलबंध ,दाह , क्षत और क्षय इन सबको नष्ट करता है |     Honey  शहद के गुण  :- 1 . दूध , अंडे, सेब , ताजे मटर की अपेक्षा शहर में कैलोरी इन सबसे अधिक होती है | 2 . शहद हर प्रकार के दूध से बढ़कर गुणकारी है | 3 . शहद में (amino acid ) अमीनो एसिड पाया जाता है , जो की फूल और पौधों से प्राप्त होता है ,इसमें औषध         गुण व बलवर्धक गुण होते है | 4 . खनिज लवण व शर्करा होने के कारण यह एक सम्पूर्ण आहार है | 5 . शहद में खनिज प्राकृतिक अनुपात में होने के कारण यह बहुत जल्दी शरीर में आत्मसात हो जाता है | 6 . शहद एक हल्का व प्राकृतिक रेचक भी है | 7 . बच्चों को जन्म से ही शहद देने से बहुत से रोग ठीक हो जाते हैं और बच्चे स्वस्थ बने रहते हैं कीटाणु व छूत           के प्रभाव से उनकी रक्षा

Treatment of 8 kinds of diseases from potatoes

जी हां दोस्तों आज हम आपको आलू के बारे में कुछ ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे जिनका आयुर्वेद में बहुत ही महत्व है |    potatoes आलू के बारे में सबसे पहले यह जान लेना चाहिए कि आलू विटामिन से भरपूर शुष्क और गर्म होने के साथ-साथ यह संपूर्ण आहार है और रोटी से पहले पचता है | आलू के अंदर कैल्शियम,विटामिन बी, विटामिन सी एवं फास्फोरस बहुत मात्रा में पाए जाते हैं | जो लोग निरंतर आलू का प्रयोग करते हैं उनकी रक्त वाहिनी बड़ी आयु तक लचकदार बनी रहती है | तथा कठोर नहीं हो पाती इसलिए आलू खाकर लंबी आयु प्राप्त की जा सकती है | बेरी-बेरी (Bery-Beri) : बेरी -बेरी इस रोग में रोगी के चलने की शक्ति क्षीण हो जाती है | और वह चलने में असहाय हो जाता है | इस रोग में जंघागत नाड़ियों में क्षीणता का लक्षण विशेष रूप से होता है , इसके लिए आलू को पीस कर उसका रस निकाल लेंं , एक-एक चम्मच चरो समय रोगी को पिलायें तो रोगी को शीघ्र लाभ होगा | विटामिन सी का खजाना है आलू : आलू में विटामिन सी काफी मात्रा में पाए जाते हैं | उबालकर हर रोज 250 ग्राम आलू खाने वालों के शरीर से विटामिन सी की कमी दूर हो जाती है  | वैसे यदि उसे भूल कर खाय

Pineapple is the medicine of how many diseases

कितने रोगों की दवा है अनन्नास : जी हां, दोस्तों एक अकेला अनन्नास कई रोगों का उपचार कर सकता है | इसमें कोई संदेह नहीं कि अनन्नास से हाई ब्लड प्रेशर, दमा, खांसी, मासिक धर्म की गड़बड़ी  जैसे कई सारे रोग ठीक हो सकते हैं | जी हाँँ दोस्तों अनन्नास यह एक ऐसा फल है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो चुका है | वैसे तो प्रकृति ने हमें जितने भी फल दिये है | वह सभी हमारे स्वास्थ्य के लिए गुणकारी और लाभदायक है |  Pineapple   (😅😥😣😭 सिर्फ हमारे कर्मो का फल छोड़कर क्योकि वह तो हमने स्वम् बनाया है | इसीलिए उसमें स्वाद भी सभी तरह के हैं खट्टे भी हैं मीठे भी हैं नमकीन भी हैं जो हमें अच्छे बुरे सभी तरह के कर्मों का फल देते हैं )   अनन्नास: अनन्नास के रस में प्रोटीन युक्त पदार्थों के पचाने की क्षमता है | इसमें से पसीने से मिलता-जुलता एक (bromelain) नामक तत्व निकलता है जो मानव शरीर के अनेक रोगों को जड़ से ख़त्म करता है | गले की सूज़न :  जो लोग गले की सूजन (tonsil ) रोग से प्रभावित हैं | उनके लिए सबसे अच्छी दवाई यही है कि वह अनन्नास को छीलकर दिन में 3 बार इसे खाते रहें इससे उनका गला ठीक हो जाएगा |

Do you know about these qualities of apple

  क्या आप जानते है ? सेब से कैसे ठीक होते है चर्म रोग ,गठिया रोग,दिल की कमजोरी ,पथरी ,जैसे जटिल रोग  सेब हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभकारी है ,यह आप सभी जानते है , सेब हमारे जीवन के लिए किसी अमृत से कम नहीं है | आयुर्वेद ने भी मानसिक तनाव ,चर्म रोग ,गठिया जैसे अनगिनत रोगों का अंत सेब से ही किया है| ऐसे ही कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे हम आपको बता रहे है , ताकि आप इनसे कुछ लाभ प्राप्त कर सके |  apple मानसिक तनाव ,चर्म रोग ,गठिया रोग : ऐसे रोगों में प्रति दिन सुबह खाली पेट दो सेब खाने से यह रोग जड़ से ख़त्म हो जाते है और शरीर में नए खून का संचार होता है , नयी शक्ति आती है , शरीर भी हमेशा उर्जावान रहता है , शरीर में चुस्ती-स्फूर्ति बनी रहती है | दांत रोग : अगर आपको ऐसा महसूस हो की आपके दांत गलने लग गए है | या दाढ़ में गड्डे पड़ गए हो और आपको खाना खाने में परेशानी होती है | नज़ला,जुखाम : सर्दी जुखाम वैसे तो आम बात है |  जब मौसम बदलता है तब सर्दी जुकाम का होना एक आम बात है |लेकिन बहुत से ऐसे भी इन्सान है जिन्हें सर्दी जुखाम जैसे रोग हमेशा घेरे रहते है | ऐसे रोगियों को खाना खाने से पहले बिना छीले एक

Use of papaya for stomach disease

अगर आप भी है अपने पेट से परेशान तो करे इसका सेवन  जाने कैसे ?   papaya पपीता एक ऐसा फल है जो हमारे पेट के रोगों के लिए सर्वाधिक लाभदायक है | जो लोग पेट के रोगों से अधिक परेशान हैं अथवा जिन लोगो को पुराने पेट के रोग हैं  | उन रोगियों के लिए पपीता वरदान सिद्ध होगा | प्रयोग :  एक पका हुआ पपीता लेकर उसका बारीक छिलका उतार दें | फिर उसके अंदर के काले बीजों को भी निकाल कर फेंक दे | अब इसके छोटे-छोटे टुकड़े काट कर उन पर काला नमक, काली मिर्च डालकर ऊपर से नींबू निचोड़ कर आनंद से नाश्ते के स्थान पर खाएं ठीक एक माह तक इसे निरंतर खाते रहने से पेट के सारे रोग समाप्त हो जायेंगे भूख भी खूब लगेगी | पुरानी कब्ज के रोगी तो इसे दिन में 3 बार गाय के दूध के साथ ले तो उन्हें अधिक लाभ होगा |

Is banana consumption preventable from heart disease

क्या प्रतिदिन केले के सेवन से दिल के   दौरे  की संभावना कम हो जाती है ? आज लगभग सभी देशो में केला फल प्रेमियों की पसंद बन चुका है | यह लगभग  70 से 80 करोड़ लोगों के दैनिक आहार की जरूरत बन चुका है |  इसे भिन्न -भिन्न भाषाओं में भिन्न - भिन्न नामों से पुकारा जाता है | जैसे -  संस्कृत में भानुफल ,कदली फल और  बंगला में केली कहा जाता है |  heart diseases  केले की ढाई सौ से अधिक प्रजातियां हैं |  एक केले में लगभग  400 मिलीग्राम पोटेशियम पाया जाता है जो कि एक गिलास संतरे के रस से मिलता है विभिन्न शोध बताते हैं कि पोटेशियम युक्त फलों के सेवन से दिल के दौरे की संभावना 30% तक कम हो जाती है |  यह दुनिया भर के खिलाड़ियों का पसंदीदा फल है | इसमें विटामिन सी विटामिन बी  कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन,  पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है | केले को गैस्ट्रिक ,अल्सर व डायरिया में उपयोगी माना जाता है | आयुर्वेद में केले को ठंडा और भूख बढ़ाने वाला पौष्टिक फल माना गया है |  Banana  केले के पेड़ का हर तत्व मूल्यवान होता है केले के तने से रेशा बनता है और इसके पत्ते भोजन करने के काम आते है इसके पत्ते छत बनाने के काम भी

anal fistula treatment by guava

अमरुद -GUAVA: फल चाहे कोई भी हो हमारे शरीर को स्वथ्य रखने में सभी फल महत्वपूर्ण है | लेकिन आयुर्वेद की नज़र में हर फल का एक अलग ही महत्त्व है | जिनके बारे में " हम " आपको अपनी पिछले लेखों के माध्यम से अवगत करा ही चुके है | आज हम "अमरूद और अमरुद के पत्तो" के आयुर्वैदिक गुणों बारे में चर्चा करेंगे | कि  "अमरूद और अमरूद के पत्ते " किन-किन रोगों में लाभदायक है |   Guava गुदा रोग मैं अमरूद का महत्व :  यह एक ऐसा रोग है जिसे बताते हुए कुछ लोग काफी संकोच करते हैं परंतु डॉक्टरों के सामने कैसा संकोच ?   यदि आप डॉक्टर से ही संकोच करेंगे तो आप का इलाज ही कौन करेगा ?  इसलिए मैं हर रोगी को यही सलाह देता हूं कि वह रोग के बारे में अपने वैद्य ,हकीम ,डॉक्टर से कुछ ना छुपाएंं  |  गुदा रोग बहुत बुरा रोग है, क्योंकि कई लोगों को इस रोग के कारण शौच (latrine)करते समय गुदा को बाहर निकल आने पर काफी कष्ट होता है | इस रोग का इलाज सबसे पहले आयुर्वेद ने निकाला था |  ऐसे रोगी अमरूद के पत्ते लेकर उन्हें पीसकर चटनी की भांति बना लें फिर रात को सोते समय गुदा द्वार पर उसका लेप कर के सो जाएं 

hot wind diseases and prevention

लू लगना   (Hot wind): गर्मी शुरू होने वाली है और लू से बचाव बेहद जरुरी है लू लगने पर बेचैनी व घबराहट महसूस होती है उल्टी एवं दस्त होने लगते है तथा ताप चढ़ जाता है देसी नुस्खो की मदद से लू से बचा जा सकता है |  treatments जौ का आटा और उसमे प्याज पीसकर मिला ले इसका शरीर पर लेप करने से लू से तुरंत राहत मिलती है |  लू लगने से शरीर मे जलन होने पर जौ के आटे में पानी मिला कर पतला सा लेप बना ले इसे पुरे शरीर पर लगाने से तुरंत राहत मिलाती है | प्याज का रस कनपटियो और छाती पर मलने से लू नहीं लगती |खाने के साथ प्याज का सेवन बहुत लाभदायक है | लू से ताप हो जाने पर इमली को पानी के साथ उबालकर ठंडा होने दे फिर उसे छान ले अब इसे शर्बत की तरह पिये अतः उस पानी में किसी कपडा भिगो कर रोगी पर छीटे मारने से लू के ताप मे तुरंत आराम मिलता है | गर्मी में घर से बहार निकलने से पहले  तुलसी के पत्तो के रस मे हल्का सा काला नमक मिला कर सेवन करने से लू नहीं लगती प्यास भी कम लगती है और पसीना भी नहीं आता | इमली के गुदे को हाथ और पैरो के तलवो पर मलने से लू का असर समाप्त हो जाता है | खरबूजे के बीजो को पीसकर सिर तथा शरीर पर ल

What is the health benefits of asafetida?

क्या आप जानते है हींग हमारे स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग के लिए कितनी महत्वपूर्ण है ? भारतीय रसोई में हींग का उपयोग एक मसाले के रूप में किया जाता है | ज्यादातर हींग का इस्तेमाल तड़का लगाने के लिए किया जाता है | हींग हमारे का व्यंजन का स्वाद तो बढाती ही है, साथ ही यह हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है | आयर्वेद में हींग को उत्तम स्थान दिया गया है | तो जानते है  हींग के कुछ ऐसे ही चमत्कारी प्रयोग के बारे में जिनसे हम अपनी सेहत को कैसे स्वस्थ रख सकते है | Asafoetida  स्मरण शक्ति  - कई लोगो की स्मरण शक्ति बहुत कमजोर होती है | ऐसे में प्रतिदिन हींग का सेवन करे आप जो भी सब्जी अथवा दाल बनाए उनमे हींग अवश्य डाले | इस तरह हींग का सेवन करने से स्मरण शक्ति तेज होती है |   हिचकी - हिचकी भी  एक बीमारी है कई बार हिचकी इस तरह आती है कि बंद होने का नाम ही नहीं लेती ऐसे में हिचकी की समस्या से आराम पाने के लिए एक केले में थोड़ी सी हींग डालकर खाने से हिचकी में तुरंत लाभ मिलता है | पेट की समस्या - अगर आपको पेट से सम्बंधित कोई शिकायत है | तो इसमें हींग का सेवन बहुत ही लाभदायक है |रोज सुबह एक गिलास गुन

lemon is miraculous medicine

क्या सच में नींबू में चमत्कारी गुण है ? नींबू एक गुण अनेक जी हां दोस्तों यह कहावत नहीं हकीकत है एक छोटे से  नींबू में इतने सारे गुण छुपे हुए हैं कि शायद हमें पता ही नहीं होगा | आयुर्वेद में तो नींबू का बहुत ही महत्व है | तो चलिए जानते है एक साधारण से नींबू की असाधारण शक्तियों के बारे में |  lemon tea  नींबू है शक्तिवर्धक एक गिलास गर्म पानी में नींबू का रस डालकर निरंतर पीते रहने से शरीर में नई शक्ति का संचार होता है , नजर भी तेज़ हो जाती है , मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है ,मानसिक कमजोरी दूर होती है ,सिर दर्द दूर हो जाता है ,अधिक काम करने के लिए शरीर में थकावट नहीं आती | इसमें चाहे तो 5 -6 बूंद शहद की मिला सकते है | शक्कर और नमक का अधिक प्रयोग ना करे | नींबू में है विटामिन सी का खज़ाना  कई प्रकार के रोगों से बचने के लिए ,और शारीरिक शक्ति पाने के लिए नींबू का रस विटामिन सी का खज़ाना है | रक्त स्राव ,दांतों के रोग पायरिया, काली खांसी ,दमा आदि जैसे रोगों से बचने के लिए नींबू का बहुत बड़ा योगदान है | खून की कमी दूर करता है नींबू   जिन लोगो के शरीर में खून की कमी हो जाती है ,शरीर दिन प्रति दिन